'बाहुबली' फिल्म के डायरेक्टर एस.एस. राजमौली ने दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर फॉर्म भरने के लिए मेज जैसी सुविधाओं के अभाव को लेकर नाराजगी जताई और हवाईअड्डे के ‘हैंगर' में कुछ कुत्तों को घूमते देख आश्चर्य जताया. ‘हैंगर' विमान को रखने और उसकी मरम्मत करने की जगह होती है. राजमौली ने कहा कि यात्रियों को फॉर्म भरने के लिए फर्श पर बैठने को मजबूर होना पड़ता है क्योंकि कुर्सी या मेज नहीं हैं. 'बाहुबली' के डायरेक्टर एस.एस. राजमौली ने ट्वीट किया, ‘प्रिय दिल्ली हवाईअड्डा, रात एक बजे लुफ्थांसा की उड़ान से पहुंचा. आरटी-पीसीआर जांच के लिए फॉर्म भरने को दिया गया. फॉर्म भरने के लिए सभी यात्री फर्श पर बैठे या दीवार के सहारे उसे रखकर भरा. अच्छा दृश्य नहीं था.'
राजमौली ने कहा कि वह निकास द्वार के बाहर हैंगर में कई सारे आवारा कुत्तों को देख कर आश्चर्यचकित रह गये. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'एक बार फिर विदेशियों के लिए भारत की पहली छवि अच्छी नहीं है. कृपया इसपर गौर करें. धन्यवाद.' दिल्ली हवाईअड्डा का प्रबंधन जीएमआर समूह कर रहा है.
वहीं, ‘बाहुबली' फिल्म के निर्माता का शुक्रिया अदा करते हुए दिल्ली हवाईअड्डा ने कहा कि हवाईअड्डा पर आरटी-पीसीआर से जुड़े कार्यों के लिए निर्धारित स्थान पर डेस्क है. हालांकि, और अधिक संख्या में डेस्क और अन्य स्थानों के दृश्य आगमन पर अनुभव को बेहतर करेंगे तथा हमारी टीम फौरी आधार पर इस गौर कर रही है.'