निर्देशक एआर मुरुगादॉस की सलमान खान स्टारर अपकमिंग फिल्म ‘सिकंदर' सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. इस बीच निर्देशक ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि वह अपनी फिल्मों के लिए कैसे काम करते हैं? उन्होंने साल 2008 में रिलीज हुई फिल्म 'गजनी' को लेकर भी बात की. बताया कि फिल्म में क्यों कल्पना (असिन) अपने प्रेमी संजय सिंघानिया (आमिर खान) की असली पहचान जाने बिना ही मर जाती है.
इस बारे में निर्देशक ने आईएएनएस को बताया, "जब मैंने स्क्रिप्ट लिखी, तो मैंने सोचा, 'क्या होगा अगर कल्पना को पता चल जाए कि वह असली संजय है? वह इस पर कैसे प्रतिक्रिया देगी?' मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि स्क्रिप्ट में यह एक छोटा सा जोड़ संजय के गजनी के लिए प्रतिशोध के प्रभाव को कम कर देगा."
निर्देशक ने दर्शकों की भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए कल्पना की मासूमियत का भी इस्तेमाल किया, जिसे नहीं पता रहता है कि संजय सिंघानिया एक हस्ती है.
निर्देशक ने आगे बताया, "संजय के पास उसे बताने के लिए बहुत कुछ था, अपनी पहचान का खुलासा करना था, लेकिन वह यह सब नहीं कर सका क्योंकि न केवल कल्पना की मौत उसके बताने से पहले हो गई, बल्कि उस घटना के बाद उसका मेमोरी लॉस भी हुआ. ये दो चीजें उसके बदला लेने के जुनून को बढ़ाती हैं और इसे वास्तविक बनाती हैं."
फिल्म निर्माता ने कहा, "अगर कल्पना को आमिर के चरित्र की असली पहचान के बारे में पता चल जाता, तो हम इस सीन पर चर्चा नहीं कर रहे होते, फिल्म को रिलीज हुए 16 साल हो चुके हैं और फिर भी हर कोई इसके बारे में बात करता है, एक लेखक और निर्देशक के रूप में मैं इसे अच्छी तरह से किया गया काम मानता हूं."
एआर मुरुगादॉस ने भारतीय सिनेमा के कुछ सबसे बड़े सुपरस्टार्स के साथ काम किया है, जिनमें ‘धीना' में अजित कुमार, ‘स्टालिन' में चिरंजीवी, ‘गजनी' (तमिल और हिंदी दोनों वर्जन) में सूर्या और आमिर खान, ‘थुप्पाकी' में थलपति विजय, ‘हॉलिडे: ए सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी' में अक्षय कुमार और अब ‘सिकंदर' में सलमान और रश्मिका मंदाना हैं.
निर्देशक ने बताया, "सुपरस्टार के लिए, हमारे पास उनके प्रशंसकों और व्यवसाय को संतुष्ट करने की जिम्मेदारी है. इसलिए, हम प्रशंसकों को धोखा नहीं दे सकते और हम नियमित या पुरानी चीजें भी नहीं दिखा सकते. सभी बड़े सितारों के साथ, एक फिल्म निर्माता के रूप में आपको उनके तरीके से चलना होता है, लेकिन थोड़ा अलग तरीके से और यही चुनौती है. कुछ संवाद लंबे हो सकते हैं, इसलिए कैमरा रोल करने से पहले, हम चर्चा करते हैं कि संवाद को बहुत कम रखते हुए जानकारी कैसे दी जा सकती है."
उन्होंने यह भी बताया कि वह अपनी फिल्मों में एक्शन कैसे करते हैं, उन्होंने कहा, "जब हम एक्शन सीक्वेंस फिल्माने के लिए सेट पर जाते हैं, तो हमें चर्चा करनी चाहिए, 'यह एक्शन क्यों?' क्या हीरो अपनी मां, बहन, प्रेमिका या किसी और के लिए लड़ रहा है. इसलिए अगर मां को कुछ होता है, तो एक्शन अलग तरीके से किया जाएगा.“
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा, एक्शन सीक्वेंस का प्लेसमेंट बहुत महत्वपूर्ण है, अगर यह पहले हाफ में आता है, तो यह दर्शकों पर गहरा प्रभाव नहीं डालेगा, हम पहले हाफ में क्लाइमेक्स फाइट नहीं कर सकते. साथ ही, सीन का मूड भी बहुत महत्वपूर्ण है, अगर मूड ठीक से बनाया गया है, तो एक थप्पड़ भी काफी है. अगर मूड सही तरीके से नहीं बनाया गया है, तो दर्शक ऊब जाएंगे."
उन्होंने आगे कहा, "मैं मूल रूप से एक लेखक और निर्देशक हूं इसलिए मैं किसी और से बेहतर जानता हूं. एक फिल्म के लिए अभिनेता के प्रोजेक्ट में शामिल होने से छह महीने या शायद एक साल पहले काम शुरू हो जाता है. इसलिए, मैं अभिनेता से मिलता हूं और कहानी सुनाता हूं. मुझे पता है कि मेरा किरदार कैसे बोलेगा, कैसे बैठेगा, कैसे खाएगा, दोस्तों के साथ कैसा व्यवहार करेगा, क्योंकि मैं इसके साथ जी रहा हूं." साजिद नाडियाडवाला ने ‘सिकंदर' फिल्म का निर्माण किया है, जो 28 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
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