अनुराग कश्यप और नवीन शेट्टी की 'लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन' का न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल 2022 में प्रीमियर

भारत और दुनिया भर में कई लॉकडाउन की शुरुआत हुई जब कोविड -19 ने पहली बार हमें हिट किया सैकड़ों हजारों लोगों के लिए यह एक बड़ा झटका था

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन का प्रीमियर
नई दिल्ली:

भारत और दुनिया भर में कई लॉकडाउन की शुरुआत हुई जब कोविड -19 ने पहली बार हमें हिट किया सैकड़ों हजारों लोगों के लिए यह एक बड़ा झटका था. कुछ जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे, कुछ नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन कई, बस जीवित रहने की कोशिश कर रहे थे. जबकि लॉकडाउन की स्थिति वास्तव में भयानक थी, इसने भारत की कम चर्चित स्थानिक स्थिति, यानी भूख को भी उजागर कर दिया. 

हालांकि, महामारी की उन प्रतिकूलताओं को सूचीबद्ध करना मुश्किल है,पर लार्ड्स ऑफ लॉकडाउन, के निर्माता अनुराग कश्यप और नवीन शेट्टी के साथ-साथ निर्देशक मिहिर फडणवीस क्रॉनिकल के माध्यम से महामारी के बीच छह महीने के लॉकडाउन के दौरान इंडिया ने कैसे सांस ली यह दर्शाया. डॉक्यूमेंट्री में न केवल लॉकडाउन की दिल दहला देने वाली कहानियां हैं, बल्कि लॉकडाउन के दौरान के रीयल-टाइम दृश्य भी है.

यह एक सही मायनों में एक गर्वान्वित क्षण रहा की फिल्म का प्रीमियर न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में 7 मई को हुआ. 

फिल्म में चार पेशेवर हैं, जिनमें से प्रत्येक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से है जो महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे खाना चाहिये से रूबेन मस्कारेनहास, वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार राणा अय्यूब, भारतीय रेलवे के महानिरीक्षक एके सिंह, और मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अपर्णा हेगड़े उनमें से प्रत्येक लॉकडाउन के दौरान पीड़ा के कई पहलुओं के बारे में बात करते हैं और वे विनाशकारी अनुपात की त्रासदी की ओर अभिसरण करते हैं - जिसमे पैदल ही प्रवासी श्रमिकों का सामूहिक पलायन भी शामिल है. 

निर्देशक मिहिर का फिल्म के बारे में कहना है 'यह इस फिल्म को बनाने का एक शानदार अनुभव था, और मेरे निर्माता अनुराग कश्यप और नवीन शेट्टी दोनों के समर्थन के लिए धन्यवाद, हमने सोचा कि कुछ उत्तेजक और निश्चित रूप से अद्वितीय बनाया जाना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि फिल्म देखने वाले लोग इसे बनाते समय भावनात्मक उथल-पुथल को महसूस करेंगे'. 

अन्य बातों के अलावा, फिल्म हिंदुओं और मुसलमानों के सह-अस्तित्व की आवश्यकता के बारे में लोगों को संवेदनशील बनाने का भी प्रयास करती है, ऐसे समय में जब सांप्रदायिक तनाव हमेशा उच्च स्तर पर होता है और इस सब के बीच मुंबई, पूर्ण इसोलेशन की अवधि के दौरान है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Bihar Elections: बाहुबली के गढ़ में गरजा Yogi का बुलडोजर! Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon
Topics mentioned in this article