छठ पूजा 2025 को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. चार दिन का यह पर्व बिहार की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, जिसमें छठ गीतों का विशेष महत्व है. आज के समय में पवन सिंह और अक्षरा सिंह जैसे कई कलाकार हर साल नए छठ गीत लेकर आते हैं, लेकिन एक दौर था जब शारदा सिन्हा के छठ गीत ही लोगों की पहली पसंद थे. इसी दौरान बॉलीवुड की मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल ने छठ गीत गाए और उनकी लोकप्रियता ने शारदा सिन्हा के गीतों को भी पीछे छोड़ दिया. यूट्यूब पर उनके गीतों को मिले लाखों व्यूज इसकी गवाही देते हैं.
बॉलीवुड में बनाई पहचान
27 अक्टूबर 1954 को कर्नाटक के मैसूर में जन्मीं अनुराधा पौडवाल ने अपने करियर की शुरुआत 1973 में अमिताभ बच्चन की फिल्म अभिमान से की थी. उस दौर में लता मंगेशकर और आशा भोसले का दबदबा था, लेकिन अनुराधा ने अपनी मधुर आवाज से इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई. उन्होंने जानेमन, लैला मजनू, अनुरोध, अपनापन, जानी दुश्मन, मैं तुलसी तेरे आंगन की, लहू के दो रंग जैसी फिल्मों में गाने गाए. 90 के दशक में आशिकी, दिल है कि मानता नहीं और बेटा जैसी फिल्मों के गीतों ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया. इन फिल्मों के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स भी मिले.
भक्ति गीतों ने दिलाई नई पहचान
अपने करियर के चरम पर अनुराधा ने बॉलीवुड से हटकर भक्ति गीतों का रुख किया, जिसने उन्हें “भजन क्वीन” की उपाधि दिलाई. उनके नवरात्रि और मां दुर्गा के गीत घर-घर में गूंजने लगे. इसी दौरान उन्होंने छठ पूजा के गीत गाए, जो श्रद्धालुओं के बीच बेहद लोकप्रिय हुए. उनके गीत उगो हे सूरज देव को यूट्यूब पर 288 मिलियन व्यूज मिले, जो एक रिकॉर्ड है. कांच ही बांस के बहंगिया और मारबो रे सुगवा धनुख से जैसे उनके अन्य छठ गीत भी लाखों लोगों की पसंद बने.