अनुपम खेर का कहना है कि उन्हें अपना बच्चा होने की कमी खलती है. हाल ही में एक इंटरव्यू में एक्टर ने कहा कि 55 साल की उम्र पर पहुंचने के बाद उन्हें जिंदगी में "एक खालीपन" महसूस होने लगा. क्योंकि किरण और उनके सौतेले बेटे सिकंदर खेर अपनी-अपनी जिंदगी में बिजी हो गए. शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर इस बारे में बात करते हुए अनुपम ने कहा, "मुझे पहले ऐसा महसूस नहीं होता था लेकिन अब कभी-कभी मुझे ऐसा महसूस होता है. मुझे लगता है कि पिछले सात से आठ सालों में ऐसी फीलिंग बढ़ी है. ऐसा नहीं है कि मैं सिकंदर के साथ खुश नहीं हूं लेकिन मुझे लगता है कि एक बच्चे को बड़ा होते देखना खुशी की बात है. लेकिन यह ठीक है. यह मेरे जीवन में कोई त्रासदी नहीं है लेकिन मुझे कभी-कभी लगता है कि यह एक अच्छी बात होती."
उन्होंने बताया कि पहले उन्हें यह खालीपन महसूस नहीं होता था क्योंकि वह अपने काम पर ज्यादा फोकस्ड रहते थे. सारांश एक्टर ने बताया, "इस दौरान मैं काम में बहुत बिजी था लेकिन 50-55 की उम्र के बाद मुझे खालीपन महसूस होने लगा. ऐसा खासतौर पर इसलिए हुआ क्योंकि किरण अपने काम में बिजी हो गई थीं और सिकंदर भी. मैं अपने ऑर्गेनाइजेशन अनुपम खेर फाउंडेशन में बच्चों के साथ काम करता हूं. हम बच्चों के साथ बहुत काम करते हैं और कभी-कभी जब मैं अपने दोस्तों के बच्चों को देखता हूं...मुझे बच्चों की कमी खलती है लेकिन यह कोई गलत भावना नहीं है."
अनुपम की किरण खेर से पहली मुलाकात एक ड्रामा ग्रुप में हुई थी और 1985 में उनकी शादी हो गई. किरण की शादी पहले बिजनेस मैन गौतम बेरी से हुई थी जिनसे उनका एक बेटा सिकंदर था. उनकी शादी तलाक के साथ खत्म हो गई. अनुपम और किरण की शादी के समय सिकंदर सिर्फ चार साल का था. टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में अनुपम ने सिकंदर के साथ अपने रिश्ते पर बात करते हुए कहा, "मेरे पिता मेरे लिए जो थे, मैं उनके लिए भी वही हूं. लेकिन यह कहना कि मुझे अपने बच्चे की कमी महसूस नहीं होती झूठ होगा क्योंकि मुझे होती है और इसका सिकंदर से कोई लेना-देना नहीं है. मैं कभी-कभी अपने बच्चे को बड़ा होते देखना मिस करता हूं."
इस बीच काम के मोर्चे पर देखें तो अनुपम खेर अपनी अगली फिल्म तन्वी द ग्रेट पर काम करने में बिजी हैं. इस फिल्म को अनुपम खेर स्टूडियो प्रोड्यूस कर रहे हैं. अनुपम के पास 'विजय 69' भी है.