1991 में आई फूल और कांटे का निर्देशन कुकू कोहली ने किया था. इसमें अजय देवगन , मधु , अरुणा ईरानी , जगदीप और अमरीश पुरी जैसे कास्ट नजर आए थे. इस फिल्म से स्टंट और एक्शन कोरियोग्राफर वीरू देवगन के बेटे देवगन और अभिनेत्री हेमा मालिनी की भतीजी मधु ने अपने करियर की शुरुआत की थी. यह फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और इसके लिए देवगन को 1991 का फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल एक्टर का पुरस्कार मिला. रिलीज़ होने पर फिल्म को समीक्षकों और दर्शकों दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली.
हालांकि कम ही लोगों को पता होगा कि बड़ी कास्ट के साथ फिल्म "लम्हे" भी फूल और कांटे के साथ ही रिलीज हुई थी. यह बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी सफलता साबित हुई. यह उस साल की पांचवीं सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फिल्म लेजेंडरी YashChopra के बहुत बड़े प्रोजेक्ट Lamhe से क्लैश हुई.तब रिलीज़ से पहले Anil Kapoor ने अजय देवगन से कहा था कि इतनी बड़ी फ़िल्म के खिलाफ़ मत आना. लेकिन दोनों फ़िल्मों के थिएटर में आने के बाद पासा पलट गया.
नए एक्टर्स वाली एक फ़िल्म ब्लॉकबस्टर बन गई, जबकि 'Lamhe' बुरी तरह फ्लॉप हो गई. और यहीं से अजय के लिए एक शानदार सिनेमाई सफ़र की शुरुआत हुई. उन्होंने 90 के दशक में एक्शन फ़िल्मों से राज किया और बाद में जख्म, खाकी, गंगाजल जैसी कई हिट फिल्मों में शानदार परफ़ॉर्मेंस दी.