सिनेमाघरों में पिछले सप्ताह प्रदर्शित अपनी फिल्म 'चेहरे' के प्रचार के लिए अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने 'चेहरे' शीर्षक वाली कविताएं पढ़ी हैं जो पांच वीडियो की श्रृंखला में आई हैं. अमिताभ ने इन वीडियो में विकास बंसल की किताब 'चेहरे' की कविताओं को अपनी आवाज दी है. यह किताब 70 कविताओं का संकलन है. विद्युत चालित कैब सेवा 'प्रकृति' के सह-संस्थापक और निदेशक बंसल की ये कविताएं बताती हैं कि कैसे विभिन्न परिस्थितियों में हमारे अलग-अलग 'चेहरे' सामने आते हैं.
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने इस किताब की पांच कविताओं को चुना और इसके वीडियो इंटरनेट पर 'चेहरे पॉइम' हैशटैग के साथ ट्रेंड कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने एक ब्लॉग में बंसल की तारीफ में लिखा था, "विकास की रचना के शब्द फिल्म के किरदारों से तालमेल रखते हों या नहीं, लेकिन उनका खास वज़ूद है... दरअसल फिल्म की कहानी या पटकथा से विकास अवगत नहीं थे फिर भी सही भावना पेश करना बड़ी उपलब्धि है...''
बंसल ने कहा, "ये कविताएं विभिन्न चेहरों को समर्पित हैं जो इंसान असली भावनाओं को छिपाने के लिए बनाते हैं। स्वयं बच्चन साहब ने कविता पाठ कर मेरा मान बढ़ाया है."