लगान को आज रिलीज हुए 23 साल हो चुके हैं. इस फिल्म को आशुतोष गोवारिकर ने डायरेक्ट किया था और इसने अपनी दमदार कहानी से पूरे भारत में दर्शकों को गहराई से अपने साथ जोड़ा था. भारत में ब्रिटिश कोलोनियल शासन के आखिरी विक्टोरियन काल के दौरान 1893 में सेट की गई यह फिल्म मध्य भारत के ग्रामीणों की कहानी कहती है. कई साल से सूखे की मार झेल रहे ग्रामीणों पर ब्रिटिश भारी कर लगाया करते थे. ऐसे में जब एक ब्रिटिश इंडियन आर्मी ऑफिसर उन्हें चुनौती देता है तब वह करों का भुगतान करने से बचने के लिए क्रिकेट के खेल पर दांव लगाने के लिए तैयार हो जाते हैं. अब जब इस फिल्म ने अपनी रिलीज के 23 साल पूरे कर लिए हैं ऐसे में इसके कुछ बेहद खास पहलुओं पर नजर डालने का समय आ गया है. जो फिल्म को जश्न मनाने लायक बनाते हैं.
1. शानदार प्लॉट:
लगान ने सच में अपने कमाल के प्लॉट से सभी को चौंका दिया था. हर कोई फिल्म की कहानी से जुड़ सकता है जो सशक्तीकरण की भावना और कम क्षमता वाले ग्रुप की जीत को बखूबी दर्शाती है. फिल्म इंडस्ट्री ने कभी इस तरह का प्लॉट पहले नहीं एक्सप्लोर किया था लेकिन लगान के साथ व्यूअर्स को एक बिलकुल नया फिल्म मेकिंग जॉनर का एक्सपीरियंस हुआ. फिल्म की कहानी ने सभी को अंदर तक छुआ और साथ ही साथ एक मजबूत संदेश भी दिया.
2. कमाल के परफॉर्मेंस:
लगान में इंडियन सिनेमा के कुछ बेहतरीन एक्टर्स शामिल थे. उन्होंने ना सिर्फ दर्शकों का दिल जीत लिया था बल्कि हर किरदार को इमोशंस के साथ बेहद खूबसूरती से पर्दे पर जैसे जिंदा कर दिया था. आमिर खान और ग्रेसी सिंह ने फिल्म में लीड रोल निभाया था जबकि ब्रिटिश एक्टर्स पॉल ब्लैकथॉर्न और रेचल शेली ने भी अहम भूमिकाएं निभाई थीं. इसके अलावा फिल्म में टैलेंटेड एक्टर्स की एक बड़ी कास्ट थी जिन्होंने भी फिल्म की सक्सेस में अहम रोल निभाया था.
3. जबरदस्त म्यूजिक:
लगान का म्यूजिक उसके थीम के साथ बिलकुल मेल खाता है. फिल्म के गानों में गांव के माहौल को सच में पकड़ा गया है फिल्म के म्यूजिक में हर इमोशन को खूबसूरत तरीके से जगाया गया है. ए.आर.रहमान ने इसका म्यूजिक तैयार किया है इसमें कई अलग-अलग साउंड ट्रैक और म्यूजिक स्ट्यूल्स को भी लिया गया था. गाने जैसे राधा कैसे ना जले, चले चलो, घनन घनन, मितवा, और अन्या आज भी बहुत खास और यादगार हैं.
4. प्रेरणादायक संदेश:
लगन एक ऐसी फिल्म है जिसे सच में अपनी कहानी से सभी को प्रेरित किया है. यह फिल्म एंटरटेन करने के अलावा एकता, दृढ़ता और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के थीम पर भी रोशनी डालती है. फिल्म के सशक्तीकरण और कम क्षमता वाले ग्रुप की जीत के संदेश ने दुनिया भर के दर्शकों के दिलों को छू लिया।
5. नेशनल अवॉर्ड:
49वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में लगान ने आठ अवॉर्ड्स जीते जिसमें बेस्ट पॉपुलर फिल्म भी शामिल है. खास बात ये है कि ये फिल्म 8 कैटेगिरीज में ज्यादा से ज्यादा अवॉर्ड्स जीत कर 49वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में सबसे ज्यादा अवार्ड जीतने वाली फिल्म रही. इसमें बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइड होलसम एंटरटेनमेंट, बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर, बेस्ट ऑडियोग्राफी, बेस्ट आर्ट डायरेक्टर, बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन, बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर, बेस्ट लिरिक्स, और बेस्ट कोरियोग्राफी शामिल है.
इन अनोखी सफलताओं के साथ लगान सिनेमा लवर्स के दिलों में एक खास जगह बनाए हुए है। ऐसे में आज फिल्म की 23वीं एनिवर्सरी का जश्न मनाना अपने आप में बेहद खास है. आमिर खान ने एक बार खुद फिल्म से जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाया था. आमिर ने बताया था कि उन्होंने फिल्म में किरण राव के ईयर रिंग्स पहने थे जो कि उस फिल्म में असिस्टेंट डायरेक्टर थीं. तब तो आमिर और किरण के बीच इतनी जान पहचान भी नहीं थी.