3 बार हुई एयरहोस्टेस से रिजेक्ट, अल्ताफ राजा के गाने से मिली पहचान, फोटो में दिख रही ये बच्ची आज बन गई है बॉलीवुड की जान, पहचाना क्या?

Chitrangada Singh: फोटो में माता-पिता संग दिख रही ये बच्ची एयरहोस्टेस बनना चाहती थी. हालांकि वे एक नहीं बल्कि तीन बार इससे चूक गईं. बाद में उन्हें अल्ताफ राजा के पॉपुलर गाने तुम तो ठहरे परदेसी में देख गया, जिससे रातोंरात उन्हें शोहरत मिली.

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Chitrangada Singh: फोटो में दिख रही ये बच्ची है सुपरस्टार
नई दिल्ली:

Chitrangada Singh: पेरेंट्स के बीच में खड़ी होकर मुस्कुराती नजर आ रही ये बच्ची बॉलीवुड की डस्की ब्यूटी बन चुकी है. जिसे देखकर बहुत से फैन्स का मन यही गुनगुनाता होगा कि सांवली सलोनी तेरी झील सी आंखें....ये हसीना उस इंडस्ट्री में अपने हुस्न के जलवे बिखेर रही है, जहां ‘गोरी गोरी बांकी छोरियों' का ही बोलबाला होता है. मजेदार बात ये है कि इस हीरोइन ने पहला रैंप वॉक भी बालों में तेल चिपड़ कर किया था. तीन तीन बार एयरहोस्टेज के टेस्ट में रिजेक्ट भी कर दी गई. पर, किसने सोचा था कि उनका इंतजार तो असल में बड़े पर्दे का ग्लैमर कर रहा है. क्या आपने पहचाना कौन है ये एक्ट्रेस.

ये एक्ट्रेस हैं चित्रांगदा सिंह. जो एयरहोस्टेज बनना चाहती थीं. लेकिन बार बार कोशिशों के बावजूद रिजेक्ट कर दी गईं. जिंदगी का पहला रैंप वॉक भी ऐसा हुआ जो कभी भुलाया नहीं जा सकता. ये उस वक्त की बात है जब चित्रांगदा सिंह लेडी श्रीराम कॉलेज में पढ़ने पहुंची थी. बतौर रैगिंग उन्हें रैंप वॉक के लिए कहा गया. सिनियर्स के निर्देश थे कि वो उल्टा सलवार सूट पहनें, बाल्टी में किताबें रखें और सिर पर तेल चिपड़ कर चपटे बालों के साथ रैंप वॉक करें. चित्रांगदा सिंह ने ये सारे हुक्म माने. हालांकि अब कॉलेज की उन यादों को वो अपना पहला रैंप वॉक मानती हैं.

ऐसे मिला चित्रांगदा सिंह को पहला ब्रेक

चित्रांगदा सिंह के करियर की शुरुआत हुई म्यूजिक एल्बम के जरिए. उन्हें गुलजार साहेब के वीडियो एल्बम सनसेट पॉइंट में काम करने का मौका मिला. इसके बाद वो एक और म्यूजिक वीडियो में दिखाई दीं, जिसका नाम था कोई लौटा दे वो प्यारे प्यारे दिन. हालांकि असल मायने में उन्हें पहचान अल्ताफ राजा के मशहूर गाने 'तुम से ठहरे परदेसी' से मिली. इन म्यूजिक एल्बम को देखते समय डायरेक्टर सुधीर मिश्रा की नजर चित्रांगदा सिंह पर पड़ी. चित्रांगदा सिंह के हुनर और खूबसूरती को परखने वाले पहले पारखी वही थे. जिन्होंने चित्रांगदा सिंह को अपनी फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी में मौका दिया.
 

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