हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित अपने घर पर हुए हमले के कुछ घंटों बाद अल्लू अर्जुन के बच्चों अयान और अरहा को वहां से ले जाया गया. रविवार 22 दिसंबर को उस्मानिया यूनिवर्सिटी के आठ सदस्यों ने उनके घर में तोड़फोड़ की. भीड़ ने तख्तियां थाम रखी थीं उनका पुतला जलाया, पौधों के गमले तोड़ दिए और विरोध प्रदर्शन भी किया. पुलिस ने घटना में शामिल आठ सदस्यों को हिरासत में लिया.
हमले के समय अल्लू अर्जुन अपने घर पर नहीं थे. हमले के बाद अल्लू अर्जुन और उनकी पत्नी स्नेहा रेड्डी के बच्चे अल्लू अरहा और अल्लू अयान घर से निकलते देखे गए. अपने घर के बाहर प्रेस से बात करते हुए अल्लू अरविंद ने कहा, "आज हमारे घर पर जो कुछ हुआ उसे सभी ने देखा है. लेकिन अब समय आ गया है कि हम उसके अनुसार काम करें. मुझे नहीं लगता कि किसी भी बात पर प्रतिक्रिया करने का यह सही समय है. पुलिस ने तोड़फोड़ करने वालों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. मेरे घर के पास पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है ताकि जो भी यहां हंगामा करने आए उसे वहां से ले जाया जाए. किसी को भी ऐसी घटनाओं को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. अब संयम बरतने का समय है. कानून अपना काम करेगा."
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घटना की निंदा की और पुलिस से कार्रवाई करने को कहा. एक्स पर उनके पोस्ट में लिखा था, "मैं फिल्मी हस्तियों के घरों पर हमले की निंदा करता हूं. मैं राज्य के डीजीपी और शहर के पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था के संबंध में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दे रहा हूं. इस संबंध में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वरिष्ठ अधिकारियों को संध्या थिएटर की घटना में शामिल नहीं होने वाले पुलिसकर्मियों को कार्रवाई करने से रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए."
हमलावरों ने रेवती नामक 35 वर्षीय महिला के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की जिसकी 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में भगदड़ में मृत्यु हो गई थी. यहां अल्लू अर्जुन अपनी फिल्म पुष्पा 2: द रूल का प्रीमियर देखने पहुंचे थे. रेवती के नौ वर्षीय बेटे श्री तेज की हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है.
13 दिसंबर को अल्लू अर्जुन को भगदड़ मामले में गिरफ्तार किया गया था और तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी थी. हालांकि अगले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और पुलिस ने अल्लू अर्जुन पर गंभीर आरोप लगाए.