गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को गृह मंत्रालय ने इस साल के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की. बिहार की जानी-मानी लोक गायिका शारदा सिन्हा, दिवंगत जापानी व्यवसायी ओसामु सुजुकी और भारत के पहले सिख मुख्य न्यायधीश (सीजेआई) जगदीश सिंह खेहर समेत सात लोगों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही तमिल फिल्मों के सुपरस्टार अजीत कुमार सहित 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्म श्री पुरस्कारों से नवाजा गया.
अजीत कुमार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वह इस प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार को प्राप्त कर बहुत विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने इसे अपने देश के प्रति योगदान की स्वीकृति के रूप में देखा और कहा कि यह केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि उनके साथियों और समर्थकों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है. उन्होंने फिल्म उद्योग के वरिष्ठों, सहकर्मियों और प्रशंसकों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनकी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
अजीत कुमार ने विशेष रूप से मोटर रेसिंग और शूटिंग समुदाय का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके जुनून और समर्पण को समर्थन दिया. उन्होंने मद्रास मोटर स्पोर्ट्स क्लब (एमएमएससी), फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया (एफएमएससीआई), स्पोर्ट्स डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ तमिलनाडु (एसडीएटी), नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया और चेन्नई राइफल क्लब को धन्यवाद दिया, जिन्होंने खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया. इसके अलावा, उन्होंने अपने परिवार का भी आभार व्यक्त किया, खासकर अपनी मां और पत्नी शालिनी का जिनके बिना शर्त प्यार और बलिदानों की वजह से वह आज इस मुकाम तक पहुंच सके.
अजीत कुमार ने कहा, “काश मेरे दिवंगत पिता इस दिन को देख पाते, लेकिन मुझे विश्वास है कि वे मुझ पर गर्व करते. मेरी मां ने जो बलिदान दिए, उनके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा. शालिनी, मेरे जीवन की साझीदार, आपके बिना मैं कुछ भी नहीं कर पाता.'' उन्होंने अपने बच्चों, अनुष्का और आद्विक को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें हमेशा अच्छा करने और सही तरीके से जीने के लिए प्रेरित किया.
अजीत कुमार ने अपने प्रशंसकों, समर्थकों और शुभचिंतकों को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, “आपके अटूट प्यार और समर्थन ने मेरे जुनून और समर्पण को बढ़ावा दिया है. यह पुरस्कार जितना मेरा है, उतना ही आपका भी है. इस अविश्वसनीय सम्मान और इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं ईमानदारी और जुनून के साथ सेवा करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं और आप सभी को अपनी यात्रा में भी शुभकामनाएं देता हूं.”
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)