BMCM के लिए खाली हुआ 'मैदान', अजय देवगन की मैदान की रिलीज डेट टली, जानें कब होगी रिलीज

अजय देवगन की फिल्म 'मैदान' की रिलीज डेट बदल गई है. अब ऐन मौके से पहले ऐसा क्यों हुआ ये तो समय आने पर ही पता चलेगा.

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मैदान की रिलीज डेट टली
नई दिल्ली:

बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की आने वाली फिल्म मैदान की रिलीज डेट टाल दी गई है. सोमवार (8 अप्रैल) को इंस्टाग्राम पर अजय ने फिल्म की रिलीज के बारे में एक पोस्टर और दूसरी डिटेल्स शेयर कीं. पोस्टर पर लिखा है, "पेड प्रूव्यू 10 अप्रैल को शाम 6 बजे से शुरू होंगे और फिल्म थियेटर्स में 11 अप्रैल को आएगी. कैलेंडर पर तारीख मार्क कर लें. विदेशों में मैदान 10 अप्रैल को रिलीज होगी. ये फिल्म पहले भारत में भी 10 तारीख को ही रिलीज होने वाली थी.

क्या है मैदान ?
  
मैदान एक पीरियड स्पोर्ट्स ड्रामा है. ये 1950 और 60 के दशक की शुरुआत में कोच सैयद अब्दुल रहीम के नेतृत्व में भारतीय फुटबॉल के सुनहरे समय के बारे में बताया है. अमित शर्मा के डायरेक्शन में बनी फिल्म में अजय कोच के रोल में हैं. फिल्म में प्रियामणि, गजराज राव और रुद्रनील घोष भी अहम रोल में हैं. फिल्म जी स्टूडियोज, बोनी कपूर, अरुणव जॉय सेनगुप्ता और आकाश चावला ने प्रोड्यूस किया है.

अमित ने की अजय देवगन की तारीफ

हाल ही में समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए अमित ने अजय के बारे में कहा, "अगर कोई सुपरस्टार किसी फिल्म में काम करने के लिए राजी हो जाता है तो यह एक फायदा है क्योंकि फिल्म की कमाई बड़ी हो जाएगी. जब अजय देवगन सेट पर आते थे तो वह रुक जाते थे. बाहर अजय देवगन का व्यक्तित्व है, और उनके चरित्र सैयद अब्दुल रहीम की तरह प्रवेश करते हैं। वह सेट पर अपने डायलॉग्स के साथ तैयार होकर आते थे। उन्होंने एक बार भी नहीं कहा, 'पतलून ढीली है, मैं कैसा दिख रहा हूं?' वह कहते, 'मुझे बताओ तुम मुझसे क्या करवाना चाहते हो, मैं वह करूंगा।' वह एक निर्देशक के अभिनेता हैं।”

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अमित ने मैदान की तुलना चक दे से होने की बात कही

सोशल मीडिया यूजर्स के एक सेक्शन ने मैदान और 2007 की हिट 'चक दे इंडिया' के बीच सिमिलैरिटी देखी जिसमें एक पूर्व हॉकी खिलाड़ी (शाहरुख खान) का गर्ल्स हॉकी टीम का कोच बनता है और खुद को साबित करता है. इस पर अमित ने कहा, "चक दे इंडिया और मैदान के बीच फर्क यह है कि वह एक काल्पनिक कहानी थी लेकिन मैदान सच्ची कहानी है. अगर आप खेल के जरिए भारत का नाम रोशन करने की कोशिश कर रहे एक शख्स के सपने की बात करें तो वो जज्बा भी वैसा ही है. लेकिन हर किसी की भावना एक जैसी होगी यह '83' में भी है."

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