अपने लंबे फिल्मी करियर के दौरान अजय देवगन ने कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग और परफॉर्मेंस से फैन्स को इंप्रेस किया. बॉक्स ऑफिस पर उनकी कई फिल्में चलीं और कई नहीं भी चलीं. हालांकि उनकी एक फिल्म ऐसी भी थी जिससे मेकर्स को 22 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं वह एक पीरियड ड्रामा थी और इसे सनी देओल और आमिर खान जैसे कई सुपरस्टार्स ने रिजेक्ट कर दिया था. हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही लेकिन इसने दो नेशनल अवॉर्ड जीते. यह कोई और नहीं बल्कि द लीजेंड ऑफ भगत सिंह है.
द लीजेंड ऑफ भगत सिंह राजकुमार संतोषी के डायरेक्शन में बनी एक बायोपिक बेस्ड पीरियड फिल्म है. यह फिल्म भगत सिंह के बारे में है जो एक क्रांतिकारी थे जिन्होंने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के साथी सदस्यों के साथ मिलकर भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी. अजय देवगन, अमृता राव, राज बब्बर, सुशांत सिंह, डी. संतोष और अखिलेंद्र मिश्रा जैसे कलाकारों के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही और अपना बजट भी नहीं निकाल पाई.
हाल ही में एक इंटरव्यू में फिल्म के मेकर रमेश तौरानी ने फिल्म की असफलता के पीछे की वजह के बारे में बात की और शोशा से कहा, "यह अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाई क्योंकि उस समय भगत सिंह पर पांच फिल्में बन रही थीं जिनमें से सोनू सूद की फिल्म हमसे एक हफ्ते पहले रिलीज हुई और हमारी फिल्म सनी और बॉबी की 23 मार्च 1931: शहीद से क्लैश कर गई. दूसरी फिल्म फिल्माए जाने के बावजूद कभी पूरी नहीं हुई. जेपी दत्ता के प्रोडक्शन कंट्रोलर ने इसे बनाया लेकिन वह कभी रिलीज नहीं हुई फिर रामानंद सागर ने एक और फिल्म बनाई जो एक साल बाद सीधे दूरदर्शन पर रिलीज हुई."
रमेश तौरानी ने आगे बताया कि उनकी प्रोडक्शन कंपनी को 22 करोड़ रुपये का घाटा हुआ और उन्होंने कहा, "पूरी कंपनी की इकोनॉमी हिल जाती है. उस समय हमें 27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था और हम उसमें से केवल 5 करोड़ रुपये ही वसूल पाए. इसलिए नुकसान 22 करोड़ रुपये का था लेकिन हमें क्रिटिक्स से बहुत तारीफ मिली और हमने नेशनल फिल्म पुरस्कार सहित सभी अवॉर्ड जीते लेकिन यह बहुत बड़ा फाइनैंशियल नुकसान था. हमने सभी को पैसे चुकाए. जोखिम हमारा था लेकिन काम उनका था. हम जानते थे कि इस पर कई फिल्में बन रही हैं और फिर भी हमने अपनी स्क्रिप्ट के कारण यह फैसला लिया.
बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह असफल होने के बावजूद फिल्म ने हिंदी में बेस्ट फीचर फिल्म और अजय देवगन के लिए बेस्ट एक्टर समेत दो नेशनल अवॉर्ड जीते. द लीजेंड ऑफ भगत सिंह को संतोषी की बेस्ट फिल्मों में से एक माना जाता है.