संजय लीला भंसाली भारतीय सिनेमा के सबसे दूरदर्शी फिल्ममेकर्स में से एक हैं. वो कहानी कहने, इमोशन्स, म्यूजिक और भव्यता के सच्चे उस्ताद हैं. उनकी फिल्में दर्शकों को जैसे वक्त और संस्कृति की सैर पर ले जाती हैं. कुछ वैसा ही जादू जो कभी राज कपूर, गुरु दत्त और के. आसिफ की फिल्मों में दिखता था. उनकी कई यादगार फिल्मों में से हम दिल दे चुके सनम आज भी एक ऐसा क्लासिक है जो वक्त के साथ और निखरता गया है. आज (18 जून) से पूरे 26 साल पहले रिलीज हुई ये रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा फिल्म आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है. इसके यादगार परफॉर्मेंस, दिल को छू लेने वाले गाने, खूबसूरत कॉस्ट्यूम्स और शानदार विजुअल्स यानी हर एक चीज इतनी बारीकी से बनाई गई कि ये सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक एहसास बन गई. भंसाली ने बस कहानी नहीं सुनाई, एक इमोशन रचा. ऐसे में यहां पढ़ें 7 टाइमलेस वजहें जिनकी वजह से ये मास्टरपीस दोबारा देखने लायक है.
1. आइकॉनिक म्यूजिक एल्बम
हर गाना दिल में बस गया है, चाहे "चांद छुपा बादल में" हो या "तड़प तड़प" हम दिल दे चुके सनम का म्यूजिक आज भी लोगों के प्लेलिस्ट का हिस्सा है. संजय लीला भंसाली की कहानी कहने की खूबी इस फिल्म के गानों में भी साफ झलकती है. हर धुन में इमोशन है, हर बोल में एक कहानी. यही वजह है कि इन गानों की मिठास पीढ़ी दर पीढ़ी बनी हुई है.
2. यादगार परफॉर्मेंस
हम दिल दे चुके सनम में समीर, वनराज और नंदिनी जैसे किरदारों को सलमान खान, अजय देवगन और ऐश्वर्या राय बच्चन ने जिस गहराई से जिया, वो आज भी लोगों को याद हैं. संजय लीला भंसाली ने इन तीनों कलाकारों की ताकत को बखूबी पहचाना और उनसे करियर के सबसे यादगार परफॉर्मेंस निकलवाए.
3. वो कास्टिंग जिसने लव ट्राएंगल को बना दिया क्लासिक
हम दिल दे चुके सनम की कहानी जितनी दिल छूने वाली थी, उतनी ही शानदार थी इसकी कास्टिंग. सलमान खान, ऐश्वर्या राय और अजय देवगन की तिकड़ी ने इस लव ट्राएंगल को यादगार बना दिया. वहीं विक्रम गोखले और स्मिता जयकर जैसे सीनियर एक्टर्स ने फिल्म को एक अलग ही गहराई दी और इसे एक असली सिनेमैटिक मास्टरपीस बना दिया.
4. कॉस्ट्यूम्स जिन्होंने इंडियन सिनेमा का एक दौर किया परिभाषित
हम दिल दे चुके सनम में संजय लीला भंसाली की बारीकी और कल्चरल डिटेलिंग का जादू हर सीन में नजर आता है. खासतौर पर कॉस्ट्यूम्स की बात करें तो फिल्म में गुजराती परंपरा की खूबसूरती को बेहद असली और खूबसूरत तरीके से दिखाया गया. सब कुछ इतना सटीक था कि जैसे स्क्रीन पर वो संस्कृति सांस ले रही हो.
5. डायलॉग्स जो आज भी दिल को छू जाते हैं
हम दिल दे चुके सनम के हर डायलॉग में एक खास गहराई और सच्चाई बसी है. फिल्म की भावनाओं को इतनी खूबसूरती से शब्दों में पिरोया गया है कि हर बात सीधी दिल तक पहुंचती है. हिंदी और गुजराती का जो मेल देखने को मिला, उसने कहानी को और भी असली और असरदार बना दिया. यही वजह है कि फिल्म के कई डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर हैं और हमेशा याद रह जाते हैं.
6. भंसाली का विजन, जो हर फ्रेम में दिखा
हम दिल दे चुके सनम की सिनेमैटोग्राफी ने गुजरात की खूबसूरती और रंगों को बेमिसाल अंदाज में पर्दे पर उतारा. हर गाना, हर भाव, हर सीन ऐसे फिल्माया गया है कि वो सीधे दिल और आंखों में उतर जाता है. संजय लीला भंसाली का भव्य विजन कैमरे के हर फ्रेम में झलकता है जिसने इस फिल्म को ना सिर्फ एक इमोशनल जर्नी, बल्कि एक विज़ुअल मास्टरपीस बना दिया है.
7. अवॉर्ड्स की बारिश
हम दिल दे चुके सनम ने सिर्फ दिल नहीं जीते, ढेरों पुरस्कार भी अपने नाम किए. फिल्म को 4 नेशनल अवॉर्ड्स मिले जिनमें बेस्ट सिनेमैटोग्राफी और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन शामिल हैं. वहीं, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स भी झटके जैसे बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर (संजय लीला भंसाली) और बेस्ट एक्ट्रेस (ऐश्वर्या राय) जैसे बड़े सम्मान इस फिल्म की झोली में आए. ये सारे अवॉर्ड्स इस बात का सबूत हैं कि ये फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि सिनेमा का एक जादुई अनुभव है.
वर्कफ्रंट की बात करें तो संजय लीला भंसाली अब अपनी अगली मेगा फिल्म लव एंड वॉर का निर्देशन करने जा रहे हैं, जिसे अब तक की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक माना जा रहा है.