इन दिनों नेटफ्लिक्स की एक सीरीज बहुत ही चर्चा में है. इस सीरीज में कत्ल तो है लेकिन कत्ल की गुत्थी में छिपी है समाज की एक ऐसी हकीकत है जो सोचने पर मजबूर कर देती है. नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज एडोलेसेंस एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को झकझोर कर रख देती है. यह चार एपिसोड की लिमिटेड सीरीज है, जिसमें हर एपिसोड को एक सिंगल टेक में फिल्माया गया है, जो इसे तकनीकी रूप से बेहद प्रभावशाली बनाता है. कहानी 13 साल के जेमी मिलर के इर्द-गिर्द घूमती है, जिस पर अपनी क्लासमेट लड़की की हत्या का आरोप लगता है. यह सीरीज न सिर्फ एक क्राइम ड्रामा है, बल्कि समाज, परिवार और किशोरावस्था की जटिलताओं पर गहरी नजर डालती है.
पहला एपिसोड जेमी की गिरफ्तारी से शुरू होता है, जहां पुलिस उसके घर में घुसती है और परिवार का सामान्य जीवन तहस-नहस हो जाता है. ओवेन कूपर ने जेमी के किरदार को इतनी गहराई से निभाया है कि उसकी मासूमियत और रहस्यमय व्यवहार के बीच का संतुलन देखते ही बनता है. स्टीफन ग्राहम (एडी, जेमी के पिता) और एरिन डोहर्टी (ब्रियोनी, साइकोलॉजिस्ट) जैसे कलाकारों ने भी अपनी शानदार एक्टिंग से कहानी में जान डाल दी है. हर एपिसोड अलग-अलग नजरिए से घटनाओं को दिखाता है-पुलिस स्टेशन, स्कूल, साइकोलॉजिकल सेशन और परिवार.
एडोलेसेंस में टेक्नीक का जबरदस्त इस्तेमाल किया गया है, वहीं यह सोशल मीडिया, टॉक्सिक मस्कुलिनिटी और सोशल मीडिया के जरिये मजाक बनाने जैसे मुद्दों पर सवाल उठाती है. इसमें सवाल उठाया जाता है कि आज के समाज में युवा लड़कों पर क्या दबाव हैं और वे हिंसा की ओर कैसे बढ़ते हैं. सीरीज का अंत विचारोत्तेजक है, जो आसान जवाब देने की बजाय दर्शकों को खुद सोचने पर मजबूर करता है. कुल मिलाकर, एडोलेसेंस एक शानदार और इमोशनल रूप से गहरी सीरीज है. यह नेटफ्लिक्स की बेहतरीन सीरीज में से एक है. जिसे मिस करना गलती होगी.