रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की रोमांटिक फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' बॉक्स ऑफिस पर लगातार धमाल मचा रही है. फिल्म ने ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर शानदार 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. रॉकी के रोल में रणवीर और रानी के रोल में आलिया के अलावा इस रोमांटिक ड्रामा में धर्मेंद्र, जया बच्चन और शबाना आजमी जैसे दिग्गज कलाकार भी थे. जहां रणवीर और आलिया को फिल्म में उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री के लिए बहुत प्यार और तारीफ मिली. उसी तरह धर्मेंद्र और शबाना आजमी ने अपने किसिंग सीन से खूब सुर्खियां बटोरीं. ऑडियंस सीन देखकर हैरान भी हुई लेकिन खूब तारीफ भी की.
इस सीन ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया और यह इंटरनेट यूजर्स के लिए चर्चा का विषय बन गया. कुछ लोगों ने इस सीन को पसंद किया तो वहीं कुछ ऐसे थे जिन्होंने इस सीन को करन जौहर का बोल्ड कदम बताया. वहीं कुछ लोगों को सीनियर एक्टर्स का किसिंग सीन आपत्तिजनक और चौंकाने वाला लगा. एक्ट्रेस जरीना वहाब, जो धरम पाजी और आजमी के किसिंग सीक्वेंस को लेकर चल रही चर्चा को इररेलेवेंट मानती हैं कहती हैं कि जब ऐसे सीन करने की बात आती है तो उम्र का कोई लेना-देना नहीं होता है.
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में जरीना ने कहा कि जब सीनियर एक्टर ऐसे सीन करते हैं तो उन्हें अक्सर 'अलग लेंस' के साथ आंका जाता है और देखा जाता है. वहाब ने कहा, “हम एक्टर्स हैं और अगर स्क्रिप्ट की कोई मांग है तो उसे करने में कोई बुराई नहीं है. जहां तक उम्र का सवाल है तो मैंने हमेशा कहा है कि यह सिर्फ एक नंबर है. उम्र में क्या रखा है. चिल्लाने और इसे बड़ा मुद्दा बनाने का कोई कारण नहीं है. अगर युवा यही काम करें तो यह ठीक माना जाता है. मुझे हंसी आती है जब सीनियर एक्टर्स को अलग नजरिए से देखा जाता है.
जरीना का मानना है कि इस सीन में कुछ भी 'अजीब' नहीं था और इसे बहुत ही सुंदर तरीके से किया गया था. उन्होंने आगे कहा, “इसमें कुछ भी अजीब या खराब नहीं था. असल में मुझे यह बहुत प्यारा लगा.” उन्होंने आगे कहा, “शबाना और धर्म जी दोनों बहुत सीनियर हैं और समझदार और परिपक्व लोग भी हैं. वे यह भी समझते हैं कि किसी खास फिल्म के लिए क्या जरूरी है और क्या नहीं. इसलिए अगर वे किसिंग सीन के लिए सहमत हुए तो मुझे यकीन है कि यह एक अच्छी तरह से सोचा गया फैसला रहा होगा.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी ऑन-स्क्रीन ऐसा सीन करेंगी तो वहाब ने जवाब दिया, 'नहीं, मैं ऐसा नहीं करूंगी. जवानी में नहीं किया तो बुढ़ापे में क्या करूंगी! किसी को स्क्रीन पर इसे करते हुए देखना खुद को ऐसा करते हुए देखने से बहुत अलग है.