वो एक्ट्रेस, जिसने प्रोड्यूसर से शादी करने के लिए बदला धर्म, लेकिन उसी पति ने बेटी समेत गोली मारकर की हत्या

सईदा खान ने फिल्मों में करियर बनाने की कोशिश की लेकिन नाकामी मिली.उन्होंने प्रोड्यूसर बृज सदानाह से शादी के लिए धर्म बदल लिया और नाम रखा सुधा. लेकिन शक और गुस्से में बृज ने पत्नी और बेटी की हत्या कर दी और खुदकुशी कर ली.

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इस एक्ट्रेस की दर्दनाक दास्तान सुनी आपने
नई दिल्ली:

बॉलीवुड की रंगीन दुनिया बाहर से जितनी चमकदार दिखती है, अंदर उतनी ही दर्दनाक दास्तानें छुपी होती हैं. ऐसी ही एक कहानी है सईदा खान की. कोलकाता में जन्मीं सईदा की मां अनवारी बेगम फिल्मों में डांसर थीं, लेकिन घर की हालत कभी अच्छी नहीं रही. परिवार का पेट भरने के लिए सईदा ने सिर्फ 11 साल की उम्र में फिल्मों का रुख किया. एक पार्टी में उनकी मुलाकात डायरेक्टर एच.एस. रावैल से हुई, जिन्होंने उन्हें 1961 की फिल्म कांच की गुड़िया में हीरोइन बना दिया. किशोर कुमार के साथ उन्होंने अपना हाथ जगन्नाथ में भी काम किया. उस दौर में सईदा को लगा था कि अब उनकी ज़िंदगी बदल जाएगी, लेकिन किस्मत के पन्नों में कुछ और ही लिखा था.

टूटा हुआ स्टारडम का सपना 

कुछ फिल्मों के बाद ही सईदा को अच्छे ऑफ़र मिलने बंद हो गए. स्टार बनने का सपना धुंधला होने लगा और मजबूरी में उन्होंने छोटे-मोटे रोल करना शुरू कर दिया. मगर वक्त की बेरुखी इतनी थी कि 60 के दशक के आखिर में ये छोटे रोल भी मिलने बंद हो गए. इसी दौरान उनकी ज़िंदगी में आए प्रोड्यूसर बृज सदानाह, जिन्होंने उन्हें शादी के लिए प्रपोज़ किया. सईदा ने हां कर दी और हिंदू धर्म अपनाकर नाम रख लिया सुधा सदानाह. लेकिन जो रिश्ता प्यार से शुरू हुआ था, उसमें शक और तूफ़ान का साया हमेशा मंडराता रहा.

शक और नफ़रत की आंच

बृज को हमेशा शक रहता था कि सुधा की शादी से पहले एक बच्ची थी, जिसे उनकी मां अनवारी पाल रही थीं. यही बच्ची आगे चलकर शगुफ्ता रफीक बनीं, जिन्होंने बाद में आशिकी 2 और मर्डर 2 जैसी हिट फिल्मों की कहानी लिखी. शगुफ्ता ने याद करते हुए एक इंटरव्यू में कहा- 'कई लोग कहते थे कि मैं सईदा आपा जैसी दिखती हूं. मेरी आवाज़ भी उन्हीं जैसी थी'.

जन्मदिन पर मौत का तोहफ़ा 

सुधा और बृज के दो बच्चे थे. बेटी नम्रता और बेटा कमल, लेकिन कमल के 20वें जन्मदिन पर घर में खुशियों की जगह मातम छा गया. उस रात बृज ने शराब के नशे में पिस्तौल उठाई और गोली चलानी शुरू कर दी. सबसे पहले पत्नी सुधा को, फिर बेटी नम्रता को और आखिर में बेटे कमल पर भी गोली चला दी. कमल किसी तरह बच निकले और परिवार को अस्पताल लेकर भागे, लेकिन मां और बहन को बचाया नहीं जा सका. इसके बाद बृज ने खुद को भी गोली मार ली.

दर्दनाक रहा अंत

फिल्मी दुनिया में नाम कमाने का सपना देखने वाली सईदा खान ने प्यार के लिए धर्म बदला और नई ज़िंदगी की शुरुआत की, लेकिन उनका सफर खुशी की जगह खौफनाक मोड़ पर खत्म हुआ. 

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