बॉलीवुड एक्टर नील नितिन मुकेश ने हाल ही में अपने लुक के चलते बॉलीवुड में आने वाली चुनौतियों के बारे में बात की. थेरेपी डायरीज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को शक था कि क्या वह हिंदी बोल भी सकते हैं, क्योंकि वह गायकों के परिवार से आते हैं और 'फिरंगी' दिखते हैं. नील से पूछा गया कि क्या बॉलीवुड में अपनी पहली फिल्म मिलने से पहले उन्हें कोई डर था, तो उन्होंने जवाब दिया, "जब तक मुझे अपनी पहली फिल्म नहीं मिली, तब तक मैंने किसी भी चीज को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. मैंने कहा, मैं किसी भी तरह का डर बर्दाश्त नहीं कर सकता. मैं इस बात को लेकर किसी भी तरह की घबराहट बर्दाश्त नहीं कर सकता कि क्या मैं खुद को कुछ बना पाऊंगा? मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं है, मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था. मुझे इसे किसी भी कीमत पर करना था."
इसके बाद उन्होंने कहा कि लोग उनसे उनके परिवार और लुक्स की वजह से सवाल करते थे, "यह पहले से ही एक चैलेंज था कि मैं मुकेश जी का पोता हूं और वे एक गायक हैं. मेरे पिता एक गायक हैं. वैसे भी लोगों को शक था कि क्या मैं एक्टिंग भी कर सकता हूं. क्या हिंदी अच्छी भी है? दिखता फिरंगी है. इसलिए मुझे इन चुनौतियों से निपटना पड़ा. लोग कहते थे, मैं अंग्रेज का बच्चा दिखता हूं. क्या मैं हिंदी फिल्मों में काम कर पाऊंगा. ये सब मेरी कमियां थीं जिन्हें मैंने अपनी पॉजिटिविटी में बदल दिया."
नील नितिन मुकेश का परिवार और करियर
बता दें कि नील प्ले बैक गायक नितिन मुकेश के बेटे और गायक मुकेश के पोते हैं. जहां उन्होंने 1988 और 1989 में विजय और जैसी करनी वैसी भरनी में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया. वहीं उन्होंने 2002 की फिल्म मुझसे दोस्ती करोगे में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया. 2007 में उन्होंने जॉनी गद्दार में लीड रोल किया और हाल ही में 2024 की फिल्म हिसाब बराबर में नजर आए.