नशा, फिजूलखर्ची और कोई काम नहीं- इन तीन वजहों से भारत छोड़ अमेरिका चला गया था देओल खानदान का यह लड़का

देओल खानदान का ये बेटा एक टैलेंटेड एक्टर ने लेकिन करियर के एक दौर में वह पॉपुलैरिटी से इनता परेशान हो गया था कि बचने के लिए विदेश चला गया.

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अभय देओल ने याद किया जिंदगी का मुश्किल दौर
नई दिल्ली:

2009 में अपनी फिल्म देव डी की रिलीज से पहले एक्टर अभय देओल न्यूयॉर्क चले गए. उन्होंने अपने करियर के पीक पर बॉलीवुड से ब्रेक लिया. हालांकि देव डी की रिलीज के तुरंत बाद अभय भारत लौट आए. हाल ही में एक इंटरव्यू में अभय ने एक्टिंग से अपने ब्रेक के बारे में बात की जिसमें उन्होंने कहा कि वह पब्लिक पर्सनैलिटी होने के साथ मिलने वाली पॉपुलैरिटी और अटेंशन नहीं चाहते थे. ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के साथ एक इंटरव्यू में अभय ने शेयर किया कि वह देव डी की रिलीज से ठीक पहले न्यूयॉर्क चले गए थे. 

उन्होंने कहा, "मुझे अटेंशन और पॉपुलैरिटी से निपटना मुश्किल लग रहा था क्योंकि मुझे बचपन के दिनों की यादें आने लगी थीं. मैं एक सेंसिटिव बच्चा था और मुझे अटेंशन पसंद नहीं था. मुझे आर्ट, क्रिएटिविटी और मीडियम पसंद थे. मुझे पता था कि देव डी बड़ी फिल्म बनने जा रही है लेकिन मैं पॉपुलर नहीं होना चाहता था. लेकिन साथ ही मैं एक्टिंग करना चाहता था." 

एक्टर ने आगे कहा, "मेरे अंदर एक संघर्ष था. मैंने नेगेटिव चीजों पर बहुत ध्यान लगाया. मैंने कई मुद्दों को सुलझाया नहीं था, इसलिए मैं बस भाग गया क्योंकि मैं मशहूर होने और उसके साथ आने वाली हर चीज से डरता था.” 

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अभय देओल एक्टर-डायरेक्टर अजीत देओल और उषा देओल के बेटे हैं. वह दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के भतीजे और एक्टर सनी देओल, बॉबी देओल और ईशा देओल के चचेरे भाई भी हैं. फिल्मी माहौल में पले-बढ़े होने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “फिल्मी माहौल में पले-बढ़े होने का सौभाग्य मुझे यह मिला कि मैंने बचपन में ही पॉपुलैरिटी को देखा और मैं कभी भी इससे मोहित नहीं हुआ. बहुत से लोग पहले उसका पीछा करते हैं और आमतौर पर एक बार जब वे शिखर पर पहुंच जाते हैं तो वे फंस जाते हैं. मैं पहले से ही फंस चुका था. मुझे पता था कि यह मुझे नीचे गिरा देगा. मैं इस जगह को कैसे नेविगेट करूं? और मुझे नहीं पता था कि कैसे.” 

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अभय ने कहा, “कोई सही या गलत नहीं था, यह निश्चित रूप से एक ट्रॉमा रिस्पॉन्स था. लेकिन ऐसा होना ही था. मुझे इसका पछतावा नहीं है. मुझे स्टारडम की परवाह नहीं थी. मुझे एक्टिंग की परवाह थी.” न्यूयॉर्क में उनका शिफ्ट होना भी कोई बड़ी बात नहीं थी, क्योंकि एक्टर ने ‘सेल्फ डिस्ट्रक्शन' फेज में एंट्री की थी. उस साल के बारे में बताते हुए उन्होंने खुलासा किया, “जब मैं वहां गया, तो मुझे पता था कि यह हमेशा के लिए नहीं होने वाला है क्योंकि मैं बस मौज-मस्ती कर रहा था. मैं बहुत डिस्ट्रक्टिव था. कुछ एक्टर्स अपने काम को घर ले जाते हैं. यह सीखने की एक प्रोसेस है कि कैसे इम्पैक्ट ना हों. मैं अब ऐसा नहीं हूं. मैं अपने काम को घर नहीं ले जाता."

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न्यूयॉर्क से वापस आने के अपने फैसले के बारे में बात करते हुए अभय देओल ने कहा, "मुझे पता था कि मैं वहां नहीं रहूंगा. मैं न्यूयॉर्क में सिर्फ देव डी में निभाए गए किरदार को निभा रहा था, नशे में धुत था, काम नहीं कर रहा था और अपने पैसे के साथ बहुत बुरा व्यवहार कर रहा था. इस लिहाज से यह बर्बादी थी. मैं अब इसे बर्बादी नहीं कहूंगा क्योंकि मैंने कुछ सीखा, लेकिन यह डिस्ट्रक्टिव था. मैं घर वापस आना चाहता था और कमाना चाहता था और अपने और अपने परिवार को सपोर्ट करना चाहता था.

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