बॉलीवुड फिल्म ‘आशिकी' की रिलीज के बाद नई नवेली एक्ट्रेस अनु अग्रवाल की जिंदगी एक रात में बदल गई. उस समय अनु एक पेइंग गेस्ट (पीजी) के तौर पर मुंबई में रह रही थीं. फिल्म की अपार सफलता ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया, लेकिन इसके साथ ही उनकी जिंदगी में कुछ ऐसे पल आए, जो आज भी यादगार हैं. जब ‘आशिकी' सिनेमाघरों में रिलीज हुई, अनु ने अपने पीजी हाउस के बाहर एक अनोखा नजारा देखा. उनके घर के बाहर सड़कों पर सैकड़ों युवाओं की भीड़ जमा थी. लड़कों ने सड़क के दोनों ओर लाइनें बना रखी थीं और दीवारों पर दिल बनाकर लिखा था, 'अनु, आई लव यू.' यह नजारा ठीक वैसा ही था, जैसा फिल्म में राहुल रॉय ने अनु के लिए किया था. अनु को भीड़ से बचने के लिए उन्हें तुरंत घर से निकलना पड़ा.
अनु अग्रवाल ने जल्दबाजी में एक ऑटो रिक्शा लिया और उसमें बैठ गईं. संयोग से ऑटो में ‘आशिकी' फिल्म का गाना 'दिल का आलम' बज रहा था. जैसे ही ऑटो चला, ड्राइवर ने पीछे मुड़कर अनु को देखा और हैरानी से बोला, 'आप तो ‘आशिकी' वाली अनु अग्रवाल हैं न?' अनु ने शर्माते हुए हामी भरी, लेकिन ड्राइवर की बातें यहीं खत्म नहीं हुईं. उसने पूरे रास्ते फिल्म की तारीफ की और बताया कि कैसे यह फिल्म हर दिल में बस गई है.
आशिकी फिल्म 17 अगस्त, 1990 को रिलीज हुई थी. अनु अग्रवाल और राहुल रॉय ने इस फिल्म से डेब्यू किया था. फिल्म का निर्देशन महेश भट्ट ने किया था. आशिकी के गाने भी खूब हिट रहे थे और इसका म्यूजिक नदीम-श्रवण ने दिया था. आशिकी का बजट लगभग 30 लाख रुपये था और फिल्म ने पांच करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था.