आजकल किसी फिल्म का प्रमोशन करना हो तो इसके लिए पूरी एक टीम होती है. यह टीम इंटरव्यू से लेकर प्रमोशन तक का सारा ख्याल रखती है. सितारों को सिर्फ प्रमोशन के लिए बताई गई जगहों पर जाना होता है. लेकिन एक ऐसा भी दौर था, जहां कई बार सितारों को खुद ही फिल्म का प्रमोशन करना पड़ता था. आज बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है, जिसमें लाल सिंह चड्ढा को ऑटो पर अपनी फिल्म के फ्लायर्स चिपकाते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो में आमिर खान अपनी पहली फिल्म 'कयामत से कयामत तक' का प्रचार करते नजर आ रहे हैं. इस तरह यह वीडियो बहुत ही यादगार बन पड़ा है.
आमिर खान के साथ इस वीडियो में राज जुत्शी को देखा जा सकता है. 'कयामत से कयामत तक' में उनका अहम रोल था. इस वीडियो में आमिर खान ने नीले रंग की टीशर्ट पहन रखी है और वह फ्लायर चिपका रहे हैं. आमिर खान और जूही चावला की 'कयामत से कयामत तक' 1988 में रिलीज हुई थी.
Aamir Khan promoting his first film. Before PR, social media, and touring the country came to prominence.
by u/superstarheaven in BollyBlindsNGossip
'कयामत से कयामत तक' को मंसूर खान ने डायरेक्ट किया था. यह आमिर खान की डेब्यू फिल्म थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर लगभग पांच करोड़ रुपये की कमाई की थी. फिल्म का म्यूजिक भी काफी हिट रहा था और युवाओं के बीच फिल्म काफी पॉपुलर रही थी. इसका गाना 'पापा कहते हैं' आज भी उतना ही पॉपुलर है, जितना उस समय था.
आमिर खान की 'कयामत से कयामत तक' को 36वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसन एंटरटेनमेंट के पुरस्कार से नवाजा गया था. आमिर खान को स्पेशल मेंशन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया है. यह पुरस्कार राख फिल्म के लिए भी था.