पिछले दिनों पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर आमिर खान की चुप्पी देखने को मिली, जिसके चलते उन्हें काफी ट्रोल भी होना पड़ा. इसी बीच आमिर खान ने हाल ही में इंडिया टीवी के एक इंटरव्यू में पहली बार अपने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर रिएक्शन ना देने की वजह बताई. उन्होंने बताया कि वह सोशल मीडिया पर नहीं हैं और लोगों ने उन्हें गलत समझा है. जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि आमिर खान की सितारे जमीं पर 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जिसके प्रमोशन के दौरान वह काफी चर्चा में रहे थे.
वीडियो में पहलगाम अटैक पर बात करते हुए आमिर खान कहते हैं, आम नागरिकों पर गोली चला रहे हैं. परिवार के लोगों पर गोली चला रहे हैं. वहीं पर मैं भी हो सकता था आप भी हो सकते थे. और उनका मजहब पूछ के उनपर गोली चला रहे हैं. इसका क्या मतलब है. इस पर मैंने बोला भी है. अब होता क्या है कि मैं सोशल मीडिया पर हूं नहीं. तो लोग एक एक सेकंड पर चीजें बोलते रहते हैं. मैंने इसके बारे में बात भी की. जब मैं किसी फंक्शन पर गया था. .
आगे उन्होंने कहा, किसी ने मुझसे पूछा था और मेरा बहुत ही साफ जवाब था. ये जो हमला है वो हमारे देश के लोगों पर नहीं है. ये हमारी देश की एकता पर भी हमला है और यह बहुत ही घिनौना काम किया है उन्होंने, जिसके लिए उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिल चुका है. लेकिन होता क्या है कि कुछ लोग मुझे बहुत ज्यादा चाहते हैं. तो वो यह सब चीजें फिर बोलने लगते हैं.
आगे जब एंकर ने पूछा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब उनका रिएक्शन आया तो लोगों ने कहा इनकी कोई फिल्म आने वाली होगी, जिस पर जवाब देते हुए एक्टर ने कहा, जवानों ने जो हमारे वीरों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. उसके लिए मैं बोलूं तो क्या कोई गलत चीज कर रहा हूं मैं. मैं उस वक्त अपनी फिल्म के बारे में सोचू या अपने जवानों के बारे में सोचूं. उस वक्त मैं ये सोचूं कि मेरी फिल्म आ रही है तो मैं चुप हो जाऊं. मैं अपनी आर्म फोर्स के बारे में बात नहीं कर सकता हूं. ये तो मुझे गलत लगता है. तो मैंने खुलके यह बात कही. हमारी फिल्म का ट्रेलर बहुत पहले आना था. वो मैंने इसलिए कैंसिल किया क्योंकि हमारे देश पर जो हमला हुआ था. तो मैंने फौरन सारी चीजें कैंसिल कीं. प्रीमियर भी था उस दिन. सारी चीजें कैंसिल हो गई थीं. जैसे हर हिंदुस्तानी के दिल में गुस्सा आया. हमारे दिल को बहुत दर्द पहुंचा. तो वही जज्बात मेरे अंदर भी थे. कई दिन तक मैं डिप्रैशन में था मैं घर से नहीं निकला.
आमिर ने इस्लाम का बचाव करते हुए कहा कि इस्लाम हिंसा का समर्थन नहीं करता. आमिर ने कहा, "कोई भी धर्म आपको लोगों को मारने के लिए नहीं कहता. मैं इन आतंकवादियों को मुसलमान नहीं मानता क्योंकि इस्लाम में लिखा है कि आप किसी भी निर्दोष इंसान को नहीं मार सकते, किसी महिला या बच्चे पर हमला नहीं कर सकते. वे जो कर रहे हैं, उससे वे धर्म के खिलाफ जा रहे हैं."