कनॉट प्लेस के रीगल थिएटर में 'सत्यम शिवम सुंदरम' की हुई थी स्क्रीनिंग, शशि-जीनत का फूलों की बारिश से हुआ था वेलकम

भीड़ का फायदा उठाकर एक शख्स ने जीनत अमान के साथ यह गलत हरकत कर दी थी.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
कनॉट प्लेस के रीगल थिएटर में 'सत्यम शिवम सुंदरम' की हुई थी स्क्रीनिंग
नई दिल्ली:

हिंदी सिनेमा के शो-मैन ने राज कपूर ने बतौर एक्टर और डायरेक्टर कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. 1978 में आई फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम जैसी मेगा ब्लॉकबस्टर फिल्म भी उन्होंने ही डायरेक्ट की थी. इस फिल्म में उनके सबसे छोटे भाई शशि कपूर लीड रोल में थे. फिल्म की लीड एक्ट्रेस जीनत अमान थीं और इस फिल्म से जीनत को खूब पॉपुलैरिटी मिली थी. 70 के दशक के सुपरहिट सिनेमा में इस फिल्म का भी नाम दर्ज है, लेकिन फिल्म सत्यम शिवम सुदंरम से एक ऐसा किस्सा जुड़ा है, जो जीनत अमान के फैंस को गुस्सा दिला सकता है. आइए जानते हैं आखिर क्या है वो किस्सा?
 

जब भीड़ में गंदी हरकत का शिकार हुई थीं जीनत
'सत्यम शिवम सुंदरम' के रिलीज के दौरान राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस में फेमस सिनेमा ह़ॉल रीगल में इसकी स्क्रीनिंग हुई थी, लेकिन भीड़ में जब शशि और जीनत सिनेमाघर पहुंचे तो फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया गया. यहां दर्शकों की खचाखच भीड़ थी. हर कोई फिल्म की हीरोइन जीनत अमान को करीब से देखने की चाहत में बैचेन था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भीड़भाड़ के दौरान किसी शख्स ने जीनत को छेड़ दिया और एक्ट्रेस इससे तिलमिला उठी थी. एक्ट्रेस ने दर्शकों की भीड़ में गंदी हरकत करने वाले उस शख्स को देखने की कोशिश की भीड़ में कुछ पता नहीं चला. हालांकि उस दौर में मैगजीन में इस घटना को काफी मिर्च मसाला लगाकर छापा गया था.

फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' के बारे में
फिल्म के बारे में बात करें तो यह 70 के दशक की सुपरहिट फिल्मों में शामिल हैं. इस फिल्म में जीनत अमान के कुछ रीविलिंग ड्रेस सीन भी देखे गये थे, जिसके चलते वह लोगों में खूब पॉपुलर हो गई थीं. इस फिल्म का गाने आज भी सुने जाते हैं, जिसमें टाइटल सॉन्ग सत्यम शिवम सुंदरम के अलावा भोर भई पनघट पे, यशोमती मैया से बोले नंदलाला शामिल हैं. फिल्म का म्यूजिक लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दिया था. फिल्म के गाने नरेंद्र शर्मा, आनंद बख्शी, और विठ्ठलभाई पटेल ने लिखे थे.

Advertisement



 

Featured Video Of The Day
Inflation in India: UPA से आधी हुई महंगाई, दुनिया में सबसे कम | Indian Economy | Shubhankar Mishra