अगर आपको भी छोटे शहरों की खुशबू वाली, मिड्ल क्लास इमोशन और देसी ह्यूमर से भरी सीरीज देखना पसंद है, तो तैयार हो जाइए. क्योंकि आज हम आपको बता रहे हैं उस सीरीज के बारे में जो बिना बड़े नामों के भी दर्शकों का दिल जीत चुकी है. पंचायत जैसी हिट सीरीज को टक्कर देने वाली ये सीरीज ऐसी है जिसमें बड़े नाम तो सुनाई नहीं दिए सीरीज भी भारीभरकम बजट के साथ नहीं बनी. बल्कि लो बजट इस सीरीज ने जम कर हिट्स हासिल किए हैं. इस सीरीज का नाम है गुल्लक. जो बनी सिर्फ 30 लाख रु. के बजट में. इस छोटी सी कहानी ने आईएमडीबी पर 9.1 की झकास रेटिंग हासिल की है.
हर घर की अपनी गुल्लक होती है
गुल्लक एक प्यारे से मिड्ल क्लास परिवार की कहानी है. संतोष मिश्रा, उनकी पत्नी शांति, बड़े बेटे अनु भैया, छोटे बेटे अमन और पड़ोस की बिट्टू की मम्मी. इनका हर दिन किसी भी आम भारतीय के परिवार घर जैसा है. बिजली का बिल, बच्चों का करियर, मोहल्ले की बातें और बीच-बीच में ढेर सारी हंसी. इस सीरीज को टीवीएफ ने बनाया है. जो पिचर्स, एस्पिरेंट्स और कोटा फैक्ट्री जैसी शानदार सीरीज के लिए जाना जाता है.
गुल्लक के क्रिएटर हैं श्रेयांश पांडे. और, इसके किरदारों को निभाया है जमील खान, गीतांजलि कुलकर्णी, वैभव राज गुप्ता, हर्ष मायर और सुनीता रजवार ने. इन सबने मिलकर ऐसा जादू किया है कि लगता ही नहीं आप कोई शो देख रहे हैं. जैसे अपने घर की बातें चल रही हों.
कम बजट, दर्शकों पर बड़ा असर
सिर्फ 30 लाख रुपये में बनी 'गुल्लक' की सादगी ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है. ना कोई चमक धमक, ना बड़े सेट. बस दिल छू लेने वाली कहानियां और ऐसे डायलॉग जो सीधे दिल में उतर जाते हैं. अब तक इसके चार सीजन आ चुके हैं और हर सीजन में भावनाओं और कॉमेडी का परफेक्ट तड़का लगा है. आईएमडीबी पर 9.1 की रेटिंग के साथ गुल्लक ने पंचायत और दुपहिया जैसी सीरीज को भी पीछे छोड़ दिया है.