फिल्म मेकर और कोरियोग्राफर फराह खान ने 2010 में आई अपनी फिल्म तीस मार खां के बॉक्स ऑफिस पर खराब परफॉर्मेंस के बाद के मुश्किल दौर के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने बताया कि इस असफलता का फिल्म इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने खुलकर जश्न मनाया था. फराह ने जैकी भगनानी और एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह के घर पर शूट किए अपने लेटेस्ट यूट्यूब व्लॉग में फराह ने कुछ यादें शेयर कीं. उन्होंने जैकी और अपने कुक दिलीप के साथ बातचीत की. जैसे ही बातचीत प्रोफेशनल फेलियर्स की तरफ मुड़ी फराह ने अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ के लीड रोल वाली इस फिल्म की रिलीज के बाद इंडस्ट्री के अंदर के लोगों के नेगेटिव रिस्पॉन्स के बारे में बात की.
फराह ने कहा, “हमारी इंडस्ट्री में लोग अपनी सफलता पर खुश होने से ज्यादा दूसरों की असफलता पर खुश होते हैं. मुझे याद है जब तीस मार खां रिलीज हुई थी तो फिल्म इंडस्ट्री में सचमुच जश्न मनाया गया था. जिन लोगों के साथ मैंने काम किया था, वे कह रहे थे, 'अब आई ना लाइन पे'."
शुरुआती क्रिटिसिज्म के बावजूद फराह ने बताया कि "तीस मार खां" को यंग ऑडियंस के बीच नई जिंदगी मिल गई है. फराह ने कहा, "जनरेशन जेड के लिए "तीस मार खां" एक लीजेंड है. उन्हें मेरी बाकी फिल्में पसंद नहीं हैं. उन्हें लगता है कि "तीस मार खां" ही सबसे अच्छी है."
जैकी ने अपनी 2024 की फिल्म "बड़े मियां छोटे मियां" की बॉक्स ऑफिस पर हुई निराशा और अपने पिता, फिल्म मेकर वाशु भगनानी के दृढ़ निश्चय से मिली प्रेरणा के बारे में भी खुलकर बात की. जैकी ने बताया कि बॉलीवुड में नाम कमाने से पहले उनके पिता फुटपाथ पर साड़ियां बेचा करते थे.
कब आई थी तीस मार खां ?
2010 में रिलीज हुई "तीस मार खां" एक डकैती वाली कॉमेडी फिल्म थी जिसने "शीला की जवानी" जैसे चार्ट-टॉपिंग गानों की बदौलत काफि चर्चा बटोरी थी. हालांकि फिल्म को क्रिटिक्स ने नकार दिया और बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई. इससे ना सिर्फ फैन्स को बल्कि फिल्म के स्टार-स्टडेड कलाकारों को भी निराशा हुई.