फिल्म की कहानी लिखी जाने से लेकर स्टारकास्ट तय करने तक ऐसे कई बड़े फैसले लिए जाते हैं जो फिल्म को हिट या फ्लॉप कराने में बड़ी भूमिका निभाती है. ऐसा एक नहीं बल्कि कई बार हुआ है जब किसी फिल्म डायरेक्टर ने किसी फिल्मी सितारे को ध्यान में रखकर किरदार बुना हो लेकिन बाद में उस किरदार को किसी और ने निभाया और फिल्म ब्लॉकबस्टर तक साबित हुई. कुछ ऐसा ही हुआ सुपरहिट फिल्म जंजीर के साथ.जी हां ज़ंजीर, जिसने अमिताभ बच्चन को एंग्री यंग मैन का नाम दिलाया और इंडस्ट्री में स्टारडम तक पहुंचाया. जंजीर में इंस्पेक्टर विजय खन्ना के किरदार का नाम कभी ज़हन में आता है तो सिर्फ और सिर्फ अमिताभ बच्चन का चेहरा ही नजर आता है. आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी कि बिग बी कभी इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे. आखिर किस फ़िल्मी सितारे की ना ने अमिताभ बच्चन को बना दिया सुपरस्टार. चलिए जानते हैं.
अमितभ बच्चन नहीं थे ज़ंजीर की पहली पसंद
अमिताभ बच्चन को हिन्दी सिनेमा के महानायक का दर्जा दिया जाता है. आज उम्र के आठवें दशक में भी उनका जलवा उसी तरह कामय है. लेकिन बिग-बी की स्टारडम की यात्रा बड़ी ही रोचक है. 'सात हिन्दुस्तानी' से करियर की शुरुआत करने वाले अमिताभ बच्चन को फिल्म 'आनंद' में बाबू मोशाय के रूप में नोटिस तो कर लिया गया था, लेकिन स्टारडम अभी भी कोसों दूर थी. जिस 'एंग्री यंग मैन' की छवि के जरिए अमिताभ आम सिने प्रेमी के दिल तक पहुंचे, वो छवि उन्हें मिली 'जंजीर' से. ये तो सभी जानते हैं कि इस फिल्म के बाद अमिताभ ने कभी मुड़कर नहीं देखा. लेकिन ये फिल्म अमिताभ को कैसे मिली इसकी भी एक दिलचस्प कहानी है. 90 लाख में बनी इस फिल्म ने उस वक्त 17 करोड़ की बम्पर कमाई की थी.
हेयर ऑयल की वजह से इस फिल्म स्टार ने कहा 'ना'
कहते हैं ये फिल्म प्रकाश मेहरा ने राजकुमार साहब को ऑफर की थी. राजकुमार बेहद मूडी किस्म के इंसान थे. फिल्म इंडस्ट्री में उसके अभिनय से भी ज्यादा चर्चा उनके एटीट्यूड की होती थी. राजकुमार ने ये कहते हुए फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया कि उन्हें प्रकाश मेहरा ने सिर में जो चमेली का तेल लगाया है उसकी गंध पसंद नहीं है. फिल्म के लिए धर्मेंद्र, देवानंद सहित कई सितारों के लिए कोशिश की गई, लेकिन किसी न किसी वजह से बात नहीं बनी. बाद में फिल्म के लेखक सलीम-जावेद ने इस रोल के लिए अमिताभ बच्चन का नाम सुझाया और 'जंजीर' अमिताभ की झोली में आ गिरी.
प्राण साहब को नचाना था टेढ़ी खीर
इस फिल्म के निर्माण को लेकर मुसीबतें कम नहीं थीं. प्राण साहब और अमिताभ पहली बार किसी फिल्म में साथ काम कर रहे थे. इस फिल्म में प्राण पर एक गाना फिल्माया जाना था, जिसमें उन्हें नाचना भी था. प्राण नाचने को लेकर सहज नहीं थे. प्रकाश मेहरा को उन्हें मनाने के लिए उनके घर जाकर काफी मशक्कत करनी पड़ी. आखिरकार प्राण इस गाने पर नाचने के लिए तैयार हुए. 'यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी...' ये गीत प्राण साहब के बेहतरीन परफॉर्मेंस में से एक में गिना जाता है.
एंग्री यंग मैन के किरदार को मिला विजय का नाम
जंजीर न केवल सुपर-डुपर हिट फिल्म साबित हुई, बल्कि इस फिल्म ने अमिताभ को एंग्री यंग मैन की पहचान और फिल्मी नाम 'विजय' दिया. बाद में अमिताभ की कई फिल्मों में उनका किरदार का नाम विजय ही रखा गया. फिल्म की दीवानगी की आलम ये रहा कि इसका हर किरदार आज भी लोगों के जेहन में हैं. इसी वजह से रामचरण तेजा व प्रियंका चोपड़ा जैसे सितारों के साथ फिल्म का रीमेक भी बनाया गया.
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