बॉलीवुड सिंगिंग सुपरस्टार और कई म्यूजिक शो की जज नेहा कक्कड़ 6 जून को अपना 37 वां जन्मदिन मना रही हैं. वह बॉलीवुड की सबसे मशहूर सिंगर्स में से एक हैं और एक गाने का करोड़ों रुपए चार्ज करती हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कभी जागरण में वह ₹100 के लिए गाना गाया करती थीं. इतना ही नहीं उनके पिता को भी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा और एक समय वह समोसे का ठेला भी लगते थे. आइए आज नेहा कक्कड़ के जन्मदिन पर हम आपको बताते हैं उनकी स्ट्रगलिंग स्टोरी.
तीन बच्चों को पालने के लिए पिता को लगानी पड़ती थी समोसे की रेहड़ी
6 जून 1988 को उत्तराखंड के ऋषिकेश में जन्मी नेहा कक्कड़ दरअसल एक अनवांटेड चाइल्ड थीं, क्योंकि जब वह पैदा होने वाली थीं, तो पैसों की कमी के चलते उनके पेरेंट्स उन्हें अबॉर्ट करना चाहते थे. लेकिन 8 हफ्ते का गर्भ होने के कारण अबॉर्शन नहीं हो पाया और नेहा कक्कड़ ने इस दुनिया में कदम रखा. तीन बच्चों का पालन पोषण करना नेहा कक्कड़ के पिता के लिए बहुत मुश्किल था. वह अपने पूरे परिवार के साथ एक कमरे में रहते थे, उत्तराखंड के ऋषिकेश में नेहा कक्कड़ के पिता घर चलाने के लिए समोसे से बेचते थे और रात में जागरण किया करते थे.
4 साल की उम्र से नेहा कक्कड़ ने करना शुरू किया काम
नेहा ने अपनी बड़ी बहन और पिता को रात-रात भर जागरण करते हुए देखा और 4 साल की उम्र से उन्होंने भी काम करना शुरू कर दिया. ऋषिकेश से उनका परिवार दिल्ली आ गया और वहां पर जागरण करने लगा. जागरण से उनके म्यूजिक का सफर शुरू हुआ और इंडियन आइडल में उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वह जीत नहीं पाई. पर कहते हैं ना की मेहनत का फल कभी भी जाया नहीं जाता. नेहा कक्कड़ ने 2008 में नेहा द रॉकस्टार नाम का अपना एल्बम लॉन्च किया. इसके बाद बॉलीवुड फिल्मों में कई हिट गाने सेकंड हैंड जवानी, सनी सनी, लंदन ठुमकदा, काला चश्मा जैसे आईकॉनिक सॉन्ग्स गाए. वह कई सारे म्यूजिक शोज को जज भी करती हैं. आज नेहा कक्कड़ की नेट वर्थ 104 करोड़ रुपए से ज्यादा हैं.