साधना शिवदासानी अपने समय की खूबसूरत एक्ट्रेसेस में से एक थीं. कई फिल्मों में मिस्ट्री वुमन को रोल प्ले करने के कारण उन्हें द मिस्ट्री गर्ल कहा जाने लगा. एक पुराने इंटरव्यू में कराची में पैदा हुई साधना ने मुंबई के लिए अपने प्यार के बारे में कहा था. उन्होंने कहा, मुंबई ही एकमात्र ऐसी जगह है, जहां वह बेझिझक व्हिस्की ऑर्डर कर सकती हैं. साधना अपने समय में कई बड़े स्टार्स के साथ फिल्मों में नजर आईं. वह स्टार एक्ट्रेस थी और उस जमाने में वह फैंस के लिए फैशन गोल्स सेट करती थीं. साधना कट हेयर स्टाइल उस जमाने में उनसे ही पॉपुलर हुआ.
साधना का जन्म 2 सितंबर 1941 को पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कराची में हुआ था. फिल्मों में आने से पहले उन्होंने मुंबई के जय हिंद कॉलेज में पढ़ाई की. उन्होंने राज कपूर की 1955 में आई फिल्म श्री 420 में एक कैमियो किया था. 1960 में आई फिल्म लव इन शिमला से वह मशहूर हो गईं. साधना असली नकली और मेरे महबूब, वक्त, मेरा साया और एक फूल दो माली जैसी फिल्मों से स्टार बन गईं. वह 1960 से 1970 के दशक की शुरुआत तक सबसे अधिक भुगतान पाने वाली एक्ट्रेस थीं. रिपोट्स के मुताबिक कैंसर से पीड़ित होने के बाद 2015 में साधना की मृत्यु हो गई.
रेडिफ के साथ 2012 के एक इंटरव्यू में साधना ने कहा था, "1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद मेरा परिवार भारत आया. मैं तब केवल छह साल की थी. 1950 में मुंबई में बसने से पहले हम दिल्ली से वाराणसी चले गए और कलकत्ता चले गए. कम ही लोगों को पता होगा कि साधना बबीता कपूर की कजिन थीं और करिश्मा और करीना की मासी लगती थीं.
उन्होंने आगे कहा, "अब मैं मुंबई के समुद्र के बिना रहने की कल्पना नहीं कर सकती. यह एकमात्र ऐसी जगह है जहां 60 के दशक में भी मैं बिना भौंहें उठाए कोक के साथ एक व्हिस्की ऑर्डर कर सकते थे."ऑड्रे हेपबर्न-स्टाइल फ्रिंज के लिए उन्हें स्टाइल आइकन के रूप में भी जाना जाता था, जिसे बाद में 'साधना कट' के नाम से जाना जाने लगा.
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