NDTV एक खास प्रोग्राम (NDTV Creator's Manch) 'क्रिएटर्स मंच' लेकर आया, जिसमें बॉलीवुड के कई जाने-माने नामों ने हिस्सा लिया. दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में इस मंच का आयोजन हुआ. इस मौके पर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर, कवि कुमार विश्वास, फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली और उपन्यास लेखक चेतन भगत जैसे कलाकार मौजूद रहे. इस खास मंच पर मशहूर निर्माता-निर्देशक इम्तियाज अली ने ढेर सारी बातें की. उन्होंने अपनी कई मशहूर फिल्मों को लेकर ढेर सारी बातें की. साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी अधिकतर फिल्में अधूरी क्यों होती हैं.
जब इम्तियाज अली से फिल्मों में उनकी अधूरी कहानियों के बारे में पूछा गया, तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "सब पूरा होकर खत्म हुआ, जो आधा है वो जिंदा है. क्योंकि कोई चीज जब खत्म हो जाती है तो खत्म हो जाती है ना. तो फिर उसके बारे में कोई जिज्ञासा नहीं रहती. कोई इंटरेस्ट नहीं रहता, कोई एनर्जी नहीं रहती. मगर कोई चीज जब अधूरी रहती है तो जो इंसान होता है, जो व्यूअर होता है, जो उसको देख रहा होता है, उसके बारे में सोचना जारी रखता है. वो चीज उसकी जिंदगी का हिस्सा बन कर रहती है. शायद ये कारण होगा".
डायरेक्टर से पूछा गया कि उनकी अधिकतर कहानियां अधूरी हैं और दिल टूटने वाली हैं. मिलकर बिछड़ना भी है, एक यात्रा है. कोई ऐसा जखम है, जो अभी भी उनके अंदर है. तो इस पर उन्होंने कहा, "अभी तो नहीं है, लेकिन मेरे ख्याल से धीरे-धीरे हो जाएगा. जिस तरह से मैं जिंदगी जीने की कोशिश कर रहा हूं. मुझे लग रहा है मैं सक्सेसफुल हो जाऊंगा कि एक गहरा जख्म हो जाए इस दुनिया में".