इसमें कोई दोराहे नहीं है कि अंडरवर्ल्ड का असर 80 से 90 के दशक में हिंदी सिनेमा पर रहा है. इसी दौरान आमिर खान ने बॉलीवुड में कदम रखा. उन्होंने कजिन मंसूर खान द्वारा निर्देशित 1988 में आई कयामत से कयामत तक से डेब्यू किया. वहीं इसके बाद वह रातोंरात स्टार बन गए. लेकिन 90 के दशक में उन्हें मिडिल ईस्ट में आयोजित अंडरवर्ल्ड की एक पार्टी का न्योता मिला. इसका खुलासा आमिर खान ने हाल ही में लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में किया है.
आमिर खान ने कहा, "मैंने मिडिल ईस्ट, संभवतः दुबई में उनकी पार्टी में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था. अंडरवर्ल्ड के कुछ लोग मुझे पार्टी में आमंत्रित करने के लिए मेरे पास आए थे." उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्हें कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम ने काम पर रखा था या नहीं. "मैं नाम नहीं लेता, यहां तक कि अपने इंडस्ट्री के लोगों का भी नहीं. यह मेरा स्वभाव है."
आगे उन्होंने कहा, बहुत कोशिश की. उन्होंने मुझे पैसे देने का ऑफर और मनचाहा काम दिलाने का ऑफर किया. लेकिन मैंने फिर भी आने से मना कर दिया. उन्होंने तुरंत अपना लहजा बदला और कहा कि मुझे अब आना होगा क्योंकि मेरी उपस्थिति की घोषणा पहले ही हो चुकी थी, और यह प्रतिष्ठा का मुद्दा था. वह हमारी आखिरी मुलाकात थी. मैंने कहा, ‘आप एक महीने से मिल रहे हैं और मैं आपको शुरू से ही बता रहा था कि मैं नहीं आऊंगा. आप बहुत शक्तिशाली हैं इसलिए आप मुझे पीट सकते हैं, मेरे सिर पर वार कर सकते हैं, मेरे हाथ-पैर बांध सकते हैं और मुझे जबरन जहां चाहें ले जा सकते हैं, लेकिन मैं खुद नहीं आऊंगा.' इसलिए उन्होंने उसके बाद मुझसे संपर्क करना बंद कर दिया.”
आमिर खान ने स्वीकार किया कि उस समय वह बहुत डरे गए थे. उन्होंने कहा, “उस समय मेरे दो छोटे बच्चे थे. मेरे माता-पिता बहुत चिंतित थे. उन्होंने कहा, ‘तुम क्या कर रहे हो? वे बहुत खतरनाक हैं' इसलिए मैंने उनसे तब केवल एक ही बात कही थी, ‘मैं अपनी ज़िंदगी वैसे जीना चाहता हूं जैसा मैं चाहता हूं. मैं वहां नहीं जाना चाहता" मैं अपने करीबी लोगों के लिए ज़्यादा चिंतित था."
बता दें, इस दौरान आमिर खान की पत्नी रीना दत्ता थीं. वहीं उनके इरा खान और जुनैद खान दो बच्चे थे. आमिर और रीना का 2002 में तलाक हो गया है.