भारत में पेट्रोल की कीमत
भारत में पेट्रोल नई दिल्ली में 94.72 रुपये प्रति लीटर, मुंबई सिटी में 104.21 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 103.94 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 100.85 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. पहले पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में हर पखवाड़े संशोधन किया जाता था. इसका मतलब है कि पेट्रोल की कीमत और डीज़ल की कीमत हर महीने की पहली और 16 तारीख को बदल जाती थी. हालांकि, जून, 2017 से एक नई योजना लागू की गई, जिसके तहत हर रोज़ सुबह 6 बजे पेट्रोल की कीमतों को संशोधित किया जा रहा है. डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग के तहत पेट्रोल और डीज़ल की दरों को नियमित आधार पर संशोधित किया जा रहा है.
भारत के मेट्रो शहरों में आज के पेट्रोल और डीज़ल के दाम
| शहर | पेट्रोल | डीज़ल |
|---|---|---|
| नई दिल्ली | 94.72 ₹/L 0.00 | 87.62 ₹/L 0.00 |
| मुंबई सिटी | 104.21 ₹/L 0.00 | 92.15 ₹/L 0.00 |
| कोलकाता | 103.94 ₹/L 0.00 | 90.76 ₹/L 0.00 |
| चेन्नई | 100.85 ₹/L 0.00 | 92.43 ₹/L 0.01 |
शहरवार पेट्रोल और डीज़ल के दाम
| शहर | पेट्रोल | डीज़ल |
|---|---|---|
| अकोला | 104.16 ₹/L 0.11 | 90.72 ₹/L 0.00 |
| अंगुल | 102.55 ₹/L 0.22 | 94.07 ₹/L 0.21 |
| अजमेर | 104.69 ₹/L 0.00 | 90.19 ₹/L 0.00 |
| अनंतनाग | 99.09 ₹/L 0.05 | 84.38 ₹/L 0.00 |
| अनंतपुर | 108.98 ₹/L 0.58 | 97.40 ₹/L 0.00 |
| अनुपुर | 109.62 ₹/L 0.88 | 94.75 ₹/L 0.00 |
| अपर सियांग | 93.92 ₹/L 0.00 | 83.23 ₹/L 0.00 |
| अंबाला | 95.54 ₹/L 0.24 | 88.37 ₹/L 0.23 |
| अंबेडकरनगर | 95.26 ₹/L 0.00 | 88.43 ₹/L 0.00 |
| अमरावती | 104.74 ₹/L 0.31 | 91.28 ₹/L 0.00 |
राज्यवार पेट्रोल और डीज़ल के दाम
| राज्य | पेट्रोल | डीज़ल |
|---|---|---|
| अंडमान एवं निकोबार | 82.42 ₹/L 0.00 | 78.01 ₹/L 0.00 |
| अरुणाचल प्रदेश | 93.48 ₹/L 0.00 | 82.83 ₹/L 0.00 |
| असम | 96.38 ₹/L 0.00 | 88.62 ₹/L 0.00 |
| आंध्र प्रदेश | 108.98 ₹/L 0.58 | 97.40 ₹/L 0.00 |
| उत्तर प्रदेश | 94.42 ₹/L 0.00 | 87.47 ₹/L 0.00 |
| उत्तराखंड | 93.82 ₹/L 0.00 | 88.58 ₹/L 0.00 |
| ओडिशा | 102.55 ₹/L 0.22 | 94.07 ₹/L 0.21 |
| कर्नाटक | 100.23 ₹/L 0.00 | 86.31 ₹/L 0.00 |
| केरल | 106.32 ₹/L 0.08 | 95.34 ₹/L 0.08 |
| गुजरात | 95.00 ₹/L 0.00 | 90.67 ₹/L 0.00 |
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ईंधन सब्सिडी खत्म करने को व्यापक रूप से भारत के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों में शुमार किया जाता है, जिससे सरकार को अपने सामाजिक और सब्सिडी व्यय को ऊर्जा क्षेत्र से आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त गुंजाइश मिलती है, क्योंकि देश अपनी तेल की ज़रूरतों का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है.
जून, 2017 से पहले राज्य द्वारा संचालित ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के तेल की दर कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय औसत कीमत और डॉलर-रुपये के एक्सचेंज रेट के आधार पर निर्धारित दरों के साथ हर महीने की पहली और 16 तारीख को संशोधित की जाती थीं.
हालांकि सरकार ने कीमतों में उतार-चढ़ाव की प्रत्याशा में खरीद में कटौती-बढ़ोतरी करने और ईंधन मूल्य निर्धारण के लिए वैश्विक मानकों के साथ हर पखवाड़े में परिवर्तन के बजाय दैनिक संशोधन करने का निर्णय लिया.
इसलिए जून, 2017 के बाद से ईंधन की कीमतों में परिवर्तन डायनामिक फ्यूल प्राइस मैथोडोलॉजी के आधार पर दैनिक रूप से संशोधित किया जाने लगा.
प्राइज रिवीज़न मैथड या डायनामिक फ्यूल प्राइस मैथोडोलॉजी में कई कारणों पर विचार किया जाता है, जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपये का एक्सचेंज रेट, वास्तविक और अपेक्षित मांग, और इसके अलावा कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में इसके कारोबार का प्रवाह.
इसके अलावा, केंद्रीय कर या उत्पाद शुल्क, मूल्य वर्धित कर (वैट), जो एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होता है, और खुदरा कमीशन भी ईंधन के खुदरा मूल्य में शामिल किया जाता है. ईंधन के प्रति लीटर खुदरा मूल्य में 57 प्रतिशत से अधिक टैक्स, ड्यूटी, उपकर और डीलर मार्जिन शामिल होता है. तो इन लागतों को मिलाकर पेट्रोल पंपों पर ईंधन की अंतिम खुदरा कीमत निर्धारित की जाती है.
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और जर्मनी जैसे कई देश दो दशकों से अधिक समय से गतिशील ईंधन मूल्य पद्धति का पालन कर रहे हैं. भारत इस विनियमित पद्धति की ओर बढ़ रहा है. ईंधन मूल्य निर्धारण पर उन देशों के साथ समानता लाई जा रही है.