पर्सनल लोन कैलकुलेटर
पर्सनल लोन लोगों को कई तरह की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करता है. यह एक बड़े खर्च में मदद कर सकता है, किसी आपात स्थिति में खर्च में मददगार साबित हो सकता है, या शादी के खर्चों में सहायता कर सकता है. पर्सनल लोन कैलकुलेटर इस उपयोग में आसान टूल है, जो कुल लोन राशि, अवधि और ब्याज़ दर के आधार पर ईएमआई राशि का एक मोटा अनुमान देता है.
पर्सनल लोन एक पूर्व निर्धारित राशि, ब्याज़ दर और मासिक पुनर्भुगतान, या समान मासिक किस्तों (ईएमआई) के साथ आसान क्रेडिट विकल्प हैं. भारत में, व्यक्तिगत ऋण आमतौर पर 25,000 रुपये से शुरू होते हैं और उधारकर्ताओं के क्रेडिट स्कोर, आय, वर्तमान देयता और ब्याज़ दर के आधार पर बड़ी मात्रा में होते हैं.
इस तरह के लोन को असुरक्षित कहा जाता है, क्योंकि इसमें आमतौर पर कोई चीज़ गिरवी नहीं रखी जाती है. इस वजह से लोन देने वाले मानते हैं कि पर्सनल लोन अन्य लोन की तुलना में अधिक महंगे हैं, जैसे कि घर या कार लोन.
पर्सनल लोन की गणना की विधि क्या है?
एक ऑनलाइन पर्सनल लोन कैलकुलेटर अलग-अलग लोन देने वालों की तुरंत तुलना करने और बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छा विकल्प के बारे में फैसला लेने के काम आ सकता है.
किसी भी अन्य लोन की तरह, पर्सनल लोन के तीन घटक होते हैं:
- ईएमआई (ई)
- मूल राशि (पी)
- ब्याज़ दर (आई)
व्यक्तिगत ऋण के लिए सबसे बुनियादी गणना है: E = P + I
इसे आगे बढ़ाने के लिए, गणितीय रूप से, गणना होगी:
P*R*(1+R)^N / [(1+R)^N-1]
जहां,
- पी (P) ऋण के मुख्य भाग को दिखाता है
- आर (R) ब्याज़ दर को बताता है
- और एन (N) ईएमआई की संख्या को दर्शाता है
गणना के लिए, आपके ऋण की ब्याज़ दर (R) मासिक रूप से सूत्र R = वार्षिक ब्याज़ दर/12/100 का उपयोग करके निर्धारित की जाती है.
उदाहरण के लिए : यदि ब्याज़ दर 12 प्रतिशत सालाना है, तो आर (12/12)/100 है, जो 0.01 के बराबर है.
पर्सनल लोन पर अच्छी ब्याज़ दर क्या है?
भारत में विभिन्न बैंक ग्राहकों को प्रतिस्पर्धी दरों पर पर्सनल लोन देते हैं, और कोई भी उनके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आसानी से आवेदन कर सकता है. हालांकि, पर्सनल लोन लेने से पहले, आपको विभिन्न बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज़ दरों की जांच करनी चाहिए, जो कि लगभग 8 प्रतिशत से शुरू हो सकती है.
ब्याज़ दर को प्रभावित करने वाले कुछ कारणों में आवेदक की आयु और आय, आय का डिस्पोज़ेबल अनुपात, लोन देने वाले के साथ पूर्व संबंध, क्रेडिट स्कोर और पुनर्भुगतान शामिल हैं.