Story created by Arti Mishra

हर 12 साल में इस मंदिर में खंडित हो जाता है शिवलिंग

Image Credit: Unsplash

देशभर में भगवान शिव के कई मंदिर हैं जिनकी अलग-अलग मान्यताएं हैं. इन्हीं में से एक है बिजली महादेव मंदिर.

Image Credit: bijli_mahadev_temple_

यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित है. हाल ही में बिजली महादेव मंदिर के द्वार अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं.


Image Credit: bijli_mahadev_temple_

मंदिर को लेकर पौराणिक कथा है. एक बार कुलांत नाम का राक्षस अजगर का रूप धारण करके नागाधार से होते हुए मथाना गांव आ गया.

Image Credit: Unsplash

उसने यहां से होकर बहने वाली व्यास नदी को रोक दिया. इससे जीव-जंतु मरने लगे. भगवान शिव को यह बात पता चली, तो वो कुलांत के पास आए.


Image Credit: Unsplash

उससे कहा कि तुम्हारी पूंछ में आग लग गई. यह सुनकर राक्षस जैसे ही अपनी पूंछ देखने के लिए मुड़ा, वैसे ही भगवान शंकर ने अपने त्रिशूल से उसका वध कर दिया.


Image Credit: Unsplash

मरने के बाद राक्षस का पूरा शरीर एक विशाल पर्वत में बदल गया.


Image Credit: Unsplash

मान्यतानुसार, कुल्लू घाटी में रोहतांग तक और मंडी से घूंघर गांव तक का क्षेत्र कुलांत के शरीर से ही बना है.


Image Credit: Unsplash

कथा के मुताबिक, कुलांत को मारने के बाद शिवजी ने इंद्र से कहा कि वे 12 साल में एक बार इस जगह पर बिजली गिराया करें.


Image Credit: bijli_mahadev_temple_

माना जाता है कि हर 12 साल पर यहां आकाशीय बिजली गिरती है और शिवलिंग टूटकर बिखर जाता है.

और देखें

खाने की ये चीजें बनाती हैं लिवर को बीमार

गर्मी में ककड़ी खाने के फायदे

कैसे तंबाकू शरीर को करता है तबाह

विटामिन बी12 की कमी दूर करते हैं ये 7 Veg Foods

Click Here