जानकी मैया बनीं दुल्हन, भगवान जगन्नाथ ने डाली उनके गले में वरमाला
Story created by Renu Chouhan
18/07/2024 अलवर में भगवान जगन्नाथ और जानकी मैया का विवाह समारोह हुआ, इस दौरान वरमाला महोत्सव देखने को मिला.
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इस महोत्सव में बड़ी मात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा, यहां वैदिक मंत्रों के साथ पानी ग्रहण संस्कार भी कराया गया.
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यहां मौजूद पुराना कटला स्थित जगन्नाथ मंदिर से बैंड बाजे के साथ जानकी मैया की सवारी रवाना हुई जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी कलश लेकर चलीं.
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वरमाला महोत्सव के बाद पूरे विधि-विधान से उनके फेरे कराए गए. इस दौरान भक्तों ने ढेरों फूल बरसाए.
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बता दें जगन्नाथ भगवान और जानकी मैया की शादी के लिए जयपुर और वृंदावन सहित 15 विशेष स्थानों से वरमाला बनवाई गई.
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इनमें से एक वरमाला चांदी की भी थी, जिसे खास इस महोत्सव के लिए बनवाया गया था.
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इतना ही नहीं जिस पुराना कटला स्थित जगन्नाथ मंदिर में ये महोत्सव होता है वो लगभग 269 वर्ष पुराना मंदिर है.
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वहां से लगभग 6 किलोमीटर दूर रूपबास तक जानकी मैया के मंदिर तक बारात पहुंचती है और ये वरमाला संपन्न की जाती है.
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यहां भी पुरी की ही तरह भगवान जगन्नाथ को बड़े रथ पर बैठाकर ले जाया जाता है और अनेक झाकियां निकलती हैं.
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ये वरमाला महोत्सव इस जगह हर साल होता है, और लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं.
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