चाणक्य के मुताबिक ये है 'जहरीले' दोस्तों की पहचान, इनसे रिश्ता कभी न रखें
Story created by Renu Chouhan
23/07/2024 चाणक्य नीति में दोस्तों के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है.
Image Credit: Openart
यानी अगर आप चाणक्य की इन नीतियों को समझ लें तो दोस्तों की पहचान करना सीख जाएंगे.
Image Credit: Openart
इसी नीति के एक श्लोक 'परोक्ष कार्यहंतारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।
वर्जयेत्तादृशं मित्र विषकुम्भं पयोमुखम्।' में चाणक्य ने बताया...
Image Credit: Openart
जो पीठ पीछे काम बिगाड़े और सामने होने पर मीठी-मीठी बातें बनाए, ऐसे मित्र उस घड़े के समान त्याग देना चाहिए जिसके मुंह पर तो दूध भरा हुआ है लेकिन अंदर विष हो.
Image Credit: Unsplash
यानी जो दोस्त सामने आपसे चिकनी-चुपड़ी बातें बनाता हो और पीठ पीछे बुराई करके काम बिगाड़ता हो, ऐसे दोस्तों को त्याग देने में ही भलाई है.
Image Credit: Openart
क्योंकि अंदर से दुष्ट और बाहर से मीठे दोस्त असली दोस्त नहीं होते.
Image Credit: Openart
ऐसे लोग आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों ही लाइफ को बरबाद कर देते हैं.
Image Credit: Unsplash
इसीलिए जितना जल्दी हो इन्हें अपनी जिंदगी से अलग कर दें.
Image Credit: Openart
और देखें
चाणक्य नीति : जो व्यक्ति ये 3 चीज़े बचाएगा, वही बुद्धिमान कहलाएगा
चाणक्य ने बताया असली दोस्त वही जो आपके इस वक्त में दे साथ
चाणक्य नीति के मुताबिक ये लोग होते हैं आपके सच्चे 'शुभ चिंतक'
धरती से कितने किलोमीटर दूर है चांद?
Click Here