चाणक्य ने बताया इस 1 चीज़ से व्यक्ति को हर जगह मिलती है इज़्जत
Story created by Renu Chouhan
22/08/2024
चाणक्य नीति में आपके हर सवाल का जवाब होता है, इसे पढ़ने पर जीवन की हर उलझन और उसे सुलझाने के बारे में पता चल जाता है.
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इस बार चाणक्य नीति में बताए गए एक वाक्य के बारे में यहां बता रहे हैं जो अमीर या धनवान व्यक्ति से जुड़ा हुआ है.
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"अर्थवान् सर्वलोकस्य बहुमत:" चाणक्य के इस वाक्य का अर्थ है कि धनवान् व्यक्ति हर जगह सम्मानित होता है.
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चाणक्य ने आगे एक और वाक्य में कहा "महेन्द्रमप्यर्थहीनं न बहु मन्यते लोक:".
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इस वाक्य के मुताबिक चाणक्य ने बताया कि संसार में निर्धन राजा को भी सम्मान प्राप्त नहीं होता.
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यानी अगर आपके पास धन है तो आपका सम्मान, हर कोई करेगा, लेकिन बिना धन के आपकी इज्जत नहीं करेगा.
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आगे चाणक्य नीति में यह भी लिखा है कि ये दोनों की वाक्य आज की स्थिति को देखते हुए बिल्कुल सटीक बैठते हैं.
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