COVID पीड़ितों के लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर रहा एक स्वैच्छिक संगठन | पढ़ें
प्रकाशित: जून 29, 2021 10:58 AM IST | अवधि: 3:37
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लॉटोलैंड आज का सितारा में बात करते हैं इकबाल ममदानी की. कहते हैं कि कुछ रिश्ते शब्दों में बयां नहीं किए जा सकते. इकबाल ममदानी की जिंदगी भी कुछ ऐसी ही है, मुंबई में रहने वाले पूर्व पत्रकार इकबाल ममदानी ने कोरोना काल में ऐसे बहुत से शवों को अंतिम विदाई दी, जिनसे उनका कोई रिश्ता नहीं था. ये वो लोग थे जिनका या तो कोई नहीं था या फिर उन्हें लावारिस छोड़ दिया गया था. लॉटोलैंड उनके इस नेक काम में उनका साथ देने के लिए एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रहा है.