Byline Renu Chouhan
4/09/2024 इतिहास की वो खूबसूरत रानी जिसने मुगलों के हरम में जाने के बजाय मौत को लगाया गले
Image credit: Openart
ये बात अकबर के समय की है, जब यह मुगल शासक एक बार फिर से अपने साम्राज्य की जड़े मजबूत कर रहा था.
Image credit: Openart
लेकिन इससे पहले बैरम खान के समय में भी मुगल साम्राज्य का तेज़ी से प्रसार हुआ, इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण राज्य था मालवा.
Image credit: Openart
उस दौरान मालवा पर बाज़बहादुर नाम के एक युवा शासक का राज्य था, जो युद्ध से ज्यादा संगीत और काव्य पढ़ने में आगे था.
Image credit: Openart
इस राजा की एक प्रेमिका भी थी जिसका नाम था रूपमती, जिससे उसने शादी भी की. लेकिन इनकी प्रेम कथाएं ज्यादा प्रसिद्ध थीं.
Image credit: Openart
रूपमती अपने सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध थी लेकिन वह बाज़बहादुर की ही तरह संगीत और काव्य के लिए भी जानी जाती थी.
Image credit: Openart
इस दौर में मांडू संगीत काफी प्रसिद्ध था, और राजा बाज़बहादुर भी अपनी संगीत और प्रेम की दुनिया में खोया रहता था. इसी वजह से वो अपनी सेना पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था.
Image credit: Openart
इसी बीच मालवा के खिलाफ मुहिम का नेतृत्व अकबर की धाय (दाई) माहम अनगा के बेटे अधम खान के किया.
Image credit: Openart
बाज़बहादुर 1561 में बुरी तरह हारा और लूट का सारा माल मुगलों के हाथ लग गया. इसी के साथ रूपमती भी पकड़ी गई.
Image credit: Openart
अधम खान उसे अपने हरम में ले जाना चाहता था, लेकिन रूपमती ने ऐसा न स्वीकार कर आत्महत्या करना पसंद किया.
Image credit: Openart
बाज़बहादुर और अधम खान के बीच कई टकराव हुए और एक बार फिर बाज़बहादुर ने मालवा पर जीत हासिल की.
Image credit: Openart
हालांकि आगे चलकर बाज़बहादुर मुगलों से फिर हारा और खुद ही अकबर के पास आकर उसका मनसबरदार बन गया.
Image credit: Openart
बता दें, रूपमती का महल आज भी मध्य प्रदेश के मांडू शहर में मौजूद है, जहां सुल्तान बाज़बहादुर और रानी रूपमती की प्रेम कहानी लोगों के जुबान पर है.
और देखें
4 सालों तक जिसने संभाला मुगल साम्राज्य उसी को अकबर ने बड़ी चालाकी से फेंका बाहर, उसकी पत्नी से भी रचाई शादी
इस राजा ने सिर्फ 10 महीने में ही जीत लिया था पूरा राजस्थान
गुस्से में अकबर दुश्मनों को देता था ऐसी खौफनाक सज़ा
मुगलों की नाक में दम करने वाले 'शेरशाह' की मौत कैसे हुई?
Click Here