अपने ही सैनिकों से कैसा व्यवहार करता था बाबर?
Story created by Renu Chouhan
27/07/2024 बाबर ने भारत में कई लड़ाइयां जीतीं, वो भारत में नई युद्ध शैली लेकर आया.
Image Credit: openart
भारतीय राजाओं के पास बारूद का ज्ञान था, लेकिन बाबर ने दिखाया कि तोपखाना और सवार सेना को बैंलेस कर हर लड़ाई जीती जा सकती है.
Image Credit: openart
बाबर ने भारत में बारूद और तोप को तेज़ी से लोकप्रिय किया और देखते ही देखते कई भारतीय छोटे रजवाड़ों का सफाया कर दिया.
Image Credit: openart
मध्यकालीन भारत किताब में बाबर से जुड़ा एक किस्सा बताया गया है कि वह अपने सैनिकों संग कैसा व्यवहार करता था.
Image Credit: openart
एक बार कड़कड़ाती ठंड में बाबर काबुल लौट रहा था. बर्फ इतनी गहरी थी कि घोड़े उसमें फंस जाते और सैनिक दलों को बर्फ को कूटना पड़ता जिससे कि घोड़े गुजर सकें.
Image Credit: openart
तो बिना हिचक बाबर भी इस कमरतोड़ काम में जुट गया. यानी वह हमेशा अपने सैनिकों के साथ मुसीबतें झेलने को तैयार रहता था.
Image Credit: openart
सेना के साथ अपने इसी व्यवहार के चलते बाबर ने बहुत कम सैनिकों के साथ ही पानीपत की लड़ाई भी जीती.
Image Credit: openart
इसी के साथ बाबर अपने सैनिकों को अप-टू-डेट भी रखता था. यानी नई युद्ध की शैलियों से परिचित कराता था.
Image Credit: openart
और देखें
अपने ही चाचा को मार हड़पा साम्राज्य, 12 साल की उम्र में पहले मुगल बादशाह ने किया ये काम
वो मुगल राजकुमारी जिसे पिता ने ही 20 साल रखा कैद
कौन था दौलत खान लोदी, जिसने बाबर को दिया भारत पर आक्रमण करने का निमंत्रण
भारत की वो रानी जिन्होंने मुगलों को हरा 15 साल संभाली गद्दी
Click Here