टेस्ट नहीं होता तो न कोरोना का पता चलता और न ही ओमिक्रॉन का
प्रकाशित: दिसम्बर 21, 2021 04:23 PM IST | अवधि: 5:35
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भारत में ओमिक्रॉन से ठीक हुए पहले मरीज़ की कहानी उन्हीं की ज़ुबानी. 27 साल के रोहिणी के साहिल ठाकुर दुबई से वापस आए. ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई. लोक नायक में इलाज चला और अब घर पर हैं. टेस्ट नहीं होता तो न कोरोना का पता चलता और न ही ओमिक्रॉन का, कोई लक्षण ही नहीं था.