हैदराबाद में लाखों लोग क्यों जिंदा मछली खाने पहुंचते हैं?

हैदराबाद में लाखों लोग क्यों जिंदा मछली खाने पहुंचते हैं?

Story by: Renu Chouhan

हैदराबाद के नमपल्ली स्थित एग्ज़िबिशन ग्राउंड में हर साल लाखों लोग अस्थमा के इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं.

नमपल्ली 

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यहां अस्थमा के मरीजों को मछली प्रसादम दिया जाता है, इसमें एक छोटी जिंदा मछली के साथ प्रसाद दिया जाता है.

मछली प्रसादम

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इस प्रसाद की रेसिपी 173 साल पुरानी है और वो इसे खिलाने वाले गौड़ परिवार को ही मालूम है.

173 साल पुरानी

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वहीं, यह प्रसाद एक विशेष मछली के साथ दिया जाता है, जिसे ये परिवार मत्स्य विभाग से खरीदता है.

विशेष मछली

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यहां सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी यह प्रसादम मुफ्त में गौड़ परिवार देता है.

मुफ्त

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उनका मानना है कि लगातार 3 साल तक इस दवा को लेने से अस्थमा ठीक हो जाता है.

3 साल

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पीड़ितों की मान्यता है कि यहां मिलने वाले  मछली प्रसादम से उन्हें अस्थमा में राहत मिलती है.

अस्थमा में राहत

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इस प्रसाद को खाने के लिए मरीज को पहले और बाद में 2-2 घंटे कुछ नहीं खाना होता है.

2-2 घंटे 

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