हैदराबाद में लाखों लोग क्यों जिंदा मछली खाने पहुंचते हैं?
Story by: Renu Chouhan हैदराबाद के नमपल्ली स्थित एग्ज़िबिशन ग्राउंड में हर साल लाखों लोग अस्थमा के इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं.
नमपल्ली
Image credit: PTI यहां अस्थमा के मरीजों को मछली प्रसादम दिया जाता है, इसमें एक छोटी जिंदा मछली के साथ प्रसाद दिया जाता है.
मछली प्रसादम
Image credit: PTI इस प्रसाद की रेसिपी 173 साल पुरानी है और वो इसे खिलाने वाले गौड़ परिवार को ही मालूम है.
173 साल पुरानी
Image credit: Unsplash वहीं, यह प्रसाद एक विशेष मछली के साथ दिया जाता है, जिसे ये परिवार मत्स्य विभाग से खरीदता है.
विशेष मछली
Image credit: Unsplash यहां सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी यह प्रसादम मुफ्त में गौड़ परिवार देता है.
मुफ्त
Image credit: PTI उनका मानना है कि लगातार 3 साल तक इस दवा को लेने से अस्थमा ठीक हो जाता है.
3 साल
Image credit: PTI पीड़ितों की मान्यता है कि यहां मिलने वाले मछली प्रसादम से उन्हें अस्थमा में राहत मिलती है.
अस्थमा में राहत
Image credit: PTI इस प्रसाद को खाने के लिए मरीज को पहले और बाद में 2-2 घंटे कुछ नहीं खाना होता है.
2-2 घंटे
Image credit: PTI और देखें
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