महाकुंभ के दौरान इन 6 मंदिरों में उमड़ पड़ती है भीड़, दर्शन के लिए लगती है लंबी लाइन
Story created by Renu Chouhan
30/12/2024 महाकुंभ मेला बस कुछ ही दिनों में शुरू हो रहा है और ऐसे में वहां मौजूद कई प्रमुख मंदिरों में भीड़ उमड़ पड़ती है.
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आपको यहां ऐसे 6 मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जो इतने खास हैं कि यहां भक्तों की लंबी कतारें लग जाती हैं.
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1. श्री लेटे हुए हनुमान जी मंदिर - दारागंज मोहल्ले में गंगा जी के किनारे लेटे हुए हनुमान मन्दिर है. मान्यता है कि संत समर्थ गुरु रामदास जी ने यहां भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की थी. उत्तरप्रदेश के प्रयागराज संगम किनारे स्थित ये विश्व का एक मात्र लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर है.
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2. अक्षयवट और पातालपुरी मंदिर - मान्यता है कि अक्षयवट ही पेड़ है जिसके नीचे भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता ने अयोध्या से अपने वनवास के दौरान विश्राम किया था. इसी के साथ पातालपुरी मंदिर भी भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसका इतिहास वैदिक काल से जुड़ा हुआ है.
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3. सरस्वती कूप - सरस्वती कूप एक पवित्र कुआं है, जो त्रिवेणी संगम स्थित किले के अंदर है. महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान इस सरस्वती कूप में काफी भीड़ उमड़ने वाली है.
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4. मनकामेश्वर मंदिर - इस मंदिर में काले पत्थर का भगवान शिव का एक लिंग और गणेश एवं नंदी की मूर्तियां हैं। यहां हनुमान जी की भी एक बड़ी मूर्ति है और मंदिर के निकट एक प्राचीन पीपल का पेड़ है.
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5. महर्षि भारद्वाज आश्रम - मुनि भारद्वाज के समय यह एक प्रसिद्ध शिक्षा केन्द्र था. मान्यता है कि भगवान राम अपने वनवास के प्रारम्भ पर चित्रकूट जाते समय सीता जी एवं लक्ष्मण जी के साथ इस स्थान पर आए थे.
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6. राज्य मंडप - महाकुंभ के दौरान यहां पर्यटकों को भारत की संस्कृति, कला और पर्यटन से रूबरू कराया जाएगा. इसीलिए राज्य मंडप को काफी बड़े एरिया में बनाया गया है.
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