कभी भी खुद की तारीफ क्यों नहीं करनी चाहिए?
Story created by Renu Chouhan
16/09/2024
आपने अक्सर ऐसे कई लोगों को देखा होगा जो अपनी तारीफ खुद ही करते हैं यानी अपनी बढ़ाई खुद ही करते हैं.
Image Credit: Pixabay
लेकिन ऐसे लोगों का ज्यादातर दूसरे लोग पीठ पीछे मज़ाक ही बनाते हैं.
Image Credit: Pixabay
क्योंकि अपने मुंह से खुद की तारीफ लोग दूसरों के सामने सबसे आगे या फिर अव्वल जताने के लिए ही करते हैं.
Image Credit: Pixabay
लेकिन चाणक्य ने इसी काम को करने से मना किया है. उन्होंने चाणक्य नीति में लिखा है कि "आत्मा न स्तोतव्य:".
Image Credit: Openart
यानी अपने मुख से अपनी प्रशंसा नहीं करनी चाहिए.
Image Credit: Pixabay
इसके बजाय आपको क्या करना चाहिए चाणक्य ने आगे बताया कि अपनी प्रशंसा के स्थान पर ऐसे आचरण की आवश्यकता है जिससे व्यक्ति की स्वयं प्रशंसा हो.
Image Credit: Pixabay
जो व्यक्ति श्रोताओं के सामने अपनी प्रशंसा करता है, लोग उसे सुनकर व्यंग्य से मुस्कराते हैं.
Image Credit: Pixabay
सज्जन व्यक्ति आत्मप्रशंसा से दूर रहते हैं.
Image Credit: Pixabay
इसीलिए ऐसे काम करने चाहिए जिससे दूसरे लोग आपकी तारीफ करें, न कि आपको खुद अपना बखान करने की आवश्यकता पड़े.
Image Credit: Pixabay
और देखें
दुनिया में कितने महासागर हैं और उनके नाम क्या हैं?
क्या चुप रहने के इन फायदों को जानते हैं आप?
13 तारीख के साथ शुक्रवार...क्यों माना जाता है अशुभ?
रोज़ाना अपना बिस्तर समेटने के गजब के होते हैं फायदे
Click Here