हिंदू धर्म में सिंदूर का महत्व
हिंदू धर्म में सिंदूर का खास महत्व है. विवाहित महिलाएं मांग में सिंदूर भरती हैं.
Image Credit: Unsplash
Image Credit: Unsplash
विवाह के समय पति पत्नी की मांग में सिंदूर भरता है. सिंदूर को विवाहित हिंदू महिलाओं के सोलह श्रृंगारों में से एक माना गया है.
Image Credit: Unsplash
हनुमानजी को भी सिंदूर अत्यंत प्रिय है. ऐसी मान्यता है कि सिंदूर अर्पित करने वाले भक्तों से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं.
Image Credit: Unsplash
हिंदू धर्म में सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना गया है. इसलिए इसे विवाह के बाद लगाया जाता है.
Image Credit: Pexels
प्राचीन काल से सिंदूर लगाने की परंपरा चली आ रही है. मान्यता है कि इससे सुहागिन का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.
Image Credit: Pexels
विवाहित महिलाओं द्वारा मांग में सिंदूर भरे जाने से उनके सुहाग पर विपत्ति नहीं आती.
Image Credit: Pexels
हिंदू धर्म में सिंदूर के रंग को शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है.
Image Credit: Unsplash
ऐसा कहा जाता है कि माता सीता मांग में सिंदूर जरूर भरती थीं. एक बार हनुमान जी ने उन्हें ऐसा करते देख लिया था.
Image Credit: Unsplash
हनुमान जी ने माता सीता से पूछा कि आप सिंदूर क्यों लगाती हैं. तब माता ने कहा कि इससे श्रीराम प्रसन्न होते हैं, उन्हें दीर्घायु मिलती है.
Image Credit: Unsplash
तब हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया था. तब से उन्हें सिंदूर अर्पित किया जाने लगा.
और देखें
घर में रखे हैं लड्डू गोपाल तो जानें नियम
तरक्की के लिए चाणक्य के नियम
किस दिशा में नहीं होना चाहिए मुख्य द्वार
धन आगमन का संकेत देते हैं ये सपने
Click Here