पैसा या परिवार? किसे चुना इस शख्स ने?

Story created by Renu Chouhan

09/1/2025

रामा दिन में 16 घंटे काम करता. वो सुबह जल्दी अपने घर से निकल जाता और रात को देर से काम से लौटता. उसके बच्चे दोनों ही समय सोए रहते थे.

Image Credit: MetaAI

रामा के काम का रूटीन इतना बिज़ी था वो कि उसका परिवार उसके साथ समय नहीं बिता पाता था. यहां तक कि वो संडे के दिन भी ज्यादा पैसे कमाने के लिए काम पर जाता.

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ऐसे ही सालों बीत गए, रामा की मेहनत से उसका परिवार अच्छा खाना खाता, अच्छे घर में रहता और अच्छा लाइफस्टाइल जीता.

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बस कमी थी, कि वो परिवार के साथ समय नहीं बिता पाता था. रामा दिन-रात मेहनत करता, उसकी मेहनत देख उसे प्रमोशन मिला और सैलरी बढ़ी. उसका परिवार उस इलाके का सबसे अमीर परिवार बन गया.

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उसके बच्चे सबसे महंगे स्कूल में जाते और परिवार बड़े बंगले में शिफ्ट हो गया, पत्नी अपने पसंद के महंगे गहने खरीदती और माता-पिता सुकून से अपना वक्त बिताते.

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देखते ही देखते ही उसके बच्चे अब बड़े हो गए और कॉलेज जाने लगे. बेटी आगे पढ़ाई के विदेश जाने वाली थी, कि उसने अपने पिता से कहा कि वो 1 दिन उसके साथ बिताए.

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रामा ने हामी भरी और अगले दिन बेटी के लिए पहली बार ऑफिस से छुट्टी भी ली, लेकिन कल का काम वो आज ही निपटाने वाला था. यानी देर रात तक ऑफिस में काम करता.

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अगले दिन पूरे शहर में भयानक सुनामी आई. शहर के सभी लोग डूब गए, जिसमें एक रामा का परिवार भी था. लेकिन रामा को इस बात की भनक तक नहीं लगी, वो अपनी ऊंची बिल्डिंग वाले ऑफिस में रातभर काम करता रहा.

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देर रात जब वो ऑफिस से निकला तो हर तरफ पानी देखकर घबरा गया. घर पर फोन किया तो किसी ने उठाया नहीं. जैसे तैसे वो अपने घर तक पहुंचा वो पाया कि एक भी शख्स नहीं, सभी सुनामी में बह गए.

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उस दिन रामा बहुत रोया और उसे परिवार के साथ समय न बिताने का मलाल होने लगा. लेकिन अब वो चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता था, जिसके लिए वो कमा रहा था अब उनमें से एक भी शख्स जिंदा नहीं बचा.

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