भारतीय हॉकी टीम ने ओलिंपिक खेलों में 1928 से 1956 के बीच छह बार लगातार स्वर्ण पदक जीता. इसे भारतीय हॉकी का स्वर्णिम युग कहा जाता है. बाद में एशियाई शैली की कलात्मक और कौशलपूर्ण हॉकी का सूरज डूबने लगा और एस्ट्रो टर्फ पर ताकत के दम पर खेली जाने वाली तेज तर्रार हॉकी ने उसकी जगह ले ली. भारत की टीम ने 29 जुलाई 1980 को मॉस्को ओलंपिक खेलों में आखिरी बार हॉकी का स्वर्ण पदक जीता था.