दुनिया का सबसे बड़ा, वाष्प इंजन चालित यात्री जहाज टाइटैनिक, इंग्लैंड के साउथहैंप्टन से अपनी प्रथम यात्रा पर, 10 अप्रैल 1912 को रवाना हुआ और कभी अपनी मंजिल पर नहीं पहुंचा. समुद्र में डूबे इस जहाज की पहली तस्वीरें इसके डूबने के 73 बरस बाद चार सितंबर 1985 को पहली बार सामने आईं. दुनिया का सबसे सुरक्षित और कभी न डूबने वाला बताया गया यह जहाज चार दिन की यात्रा के बाद, 14 अप्रैल 1912 को एक हिमशिला से टकरा कर डूब गया था. इतिहास की शांतिकाल की सबसे बड़ी समुद्री आपदाओं में से एक इस घटना में 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.