Story created by Renu Chouhan

खाना दोगुना और बुद्धि चौगुनी...चाणक्य ने महिलाओं के लिए कही ये कमाल की बात

Image Credit: Openart

चाणक्य नीति में एक श्लोक है 'स्त्रीणां द्विगुण आहारो बुद्धिस्तासां चतुर्गुणा। साहसं पड्गुणं चैव कामोष्टगुण उच्यते।।'.

Image Credit: Unsplash

इस श्लोक में चाणक्य ने महिलाओं के ऐसे खास पक्षों के बारे में बताया जिन पर सामान्य लोगों की नज़र नहीं जाती.

Image Credit: Unsplash

उन्होंने बताया पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों का आहार दोगुना होता है, बुद्धि चौगुनी, साहस छह गुना और कामवासना आठ गुना होती है.


Image Credit: Unsplash

खाने की आवश्यकता स्त्री को पुरुष की अपेक्षा ज्यादा होती है क्योंकि उन्हें पुरुषों के मुकाबले ज्यादा शारीरिक कार्य करना पड़ता है.


Image Credit: Unsplash

जैसे घर के कई ऐसे छोटे-बड़े काम जिनमें ऊर्जा ज्यादा लगती है. इसके अलावा शारीरिक बनावट, उसमें होने वाले परिवर्तन और प्रजनन आदि कार्यो में भी ऊर्जा ज्यादा लगती है.


Image Credit: Unsplash

इसी वजह से महिलाओं को ज्यादा पौष्टिकता की आवश्यकता होती है. लेकिन इसके विपरीत बालिकाओं और स्त्रियों को कुपोषण का शिकार होना पड़ता है.


Image Credit: Unsplash

वहीं, स्त्रियों की बुद्धि अधिक पैनी होती है, क्योंकि उन्हें परिवार के सदस्यों के साथ-साथ बाकी लोगों से व्यवहार करना पड़ता है.


Image Credit: Unsplash

साहस की बात करें तो स्त्रियां अपनी संतान की रक्षा के लिए कई गुना बलशाली के सामने लड़-मरने के लिए डट जाती हैं.


Image Credit: Unsplash

और आखिर में स्त्री में कामवासना आठ गुना ज्यादा होती है, लेकिन पुरुषों से भिन्न है. यहां शरीर नहीं भावदशा महत्वपूर्ण है.

और देखें

गंगाजल कभी खराब क्यों नहीं होता?

जब भी महसूस हो कमज़ोरी, तब खा लें ये 8 एनर्जी Food

दुनिया के 7 अजीबो-गरीब सांप, देखते ही घूम जाएगा दिमाग

भारत की सबसे साफ नदी, मानो हवा में तैरती हो नाव

Click Here