Story created by Renu Chouhan
3 बातें जो आपको हर परेशानी से बचाएंगी
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चाणक्य नीति में एक वाक्य है "दृष्टिपूतं न्यसेत् पादं वस्त्रपूतं पिबेज्जलम्। शास्त्रपूतं वदेत् वाक्यं मन: पूतं समाचरेत्।।".
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इस वाक्य में चाणक्य ने बताया है कि वो कौन से तीन काम है जो आपको हर परेशानी से बता सकते हैं.
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चाणक्य के इस वाक्य का अर्थ है कि भली प्रकार आंख से देखकर मनुष्य को आगे कदम रखना चाहिए.
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इसके अलावा कपड़े से छानकर जल पीना चाहिए, यानी पानी का सेवन भी हर जगह नहीं करना चाहिए.
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शास्त्र के अनुसार कोई बात कहनी चाहिए और कोई भी कार्य मन से भली प्रकार सोच-समझकर करना चाहिए.
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चाणक्य के अनुसार, मनुष्य को सोच-समझकर उचित कार्य करना चाहिए.
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किसी कार्य को करने से पहले यह भली प्रकार जांच-परख लें कि वह व्यवहार और शास्त्र से विरुद्ध तो नहीं है.
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सदैव सावधान और सचेत रहकर प्रत्येक कार्य को करने की सलाह यहां दी गई है.
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वहीं, पानी छानकर पीने से आचार्य का मतलब है कि असावधानी अनेक रोगों की उत्पत्ति कर सकती है.
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