नरक चतुर्दशी क्या होती है?

Story created by Renu Chouhan

19/10/2025

धनतेरस से भाई दूज तक, साल के सबसे बड़े त्योहार इन्हीं पांचों दिन मनाए जाते हैं.

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इन्हीं त्योहारों के बीच आती है नरक चतुर्दशी. इसे रूप चौदस और छोटी दीवाली भी कहते हैं.

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इस दिन अच्छे से तैयार होते हैं, चेहरे पर उबटन लगाते हैं, इसी वजह से रूप चौदस कहा जाता है.

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लेकिन नरक चतुर्दशी कहने की वजह भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है.

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दरअसल, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था.

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इस दिन को अंधकार और पाप के नाश का प्रतीक माना जाता है और नरक चतुर्दशी कहा जाता है. 

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ऐसा माना जाता है कि इस दिन स्नान और दीपदान करने से नरक के दुखों से मुक्ति मिलती है.

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हिंदू धर्म के अनुसार, इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना, दीप जलाना और भगवान कृष्ण और देवी लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है. 

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